उत्तर प्रदेश में लगातार हो रहे जघन्य अपराधों के कारण सूबे की योगी सरकार सवालों के घेरे में आ गई है. विपक्षी पार्टियां लगातार योगी सरकार को प्रदेश में बढ़ते जुर्म के लिए जिम्मेदार करार दे रही हैं. इस बीच बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने प्रदेश सरकार पर कई आरोप लगाए हैं और योगी सरकार से इस्तीफे की मांग की है.
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने कहा कि हाथरस और बलरामपुर की घटना इस बात की पुष्टि है कि यूपी में कानून का राज नहीं है. गुंडों को खुली छूट मिल गई है. अब केंद्र को यूपी में स्थिति देखने के लिए कदम उठाना चाहिए.
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बसपा अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने कहा,
‘मुझे 99 नहीं 100% भरोसा हो गया है कि वर्तमान में यूपी के सीएम, सरकार चलाने में सक्षम नहीं है. बेहतर यही है कि आप या तो नेतृत्व परिवर्तन करें और यदि आप नहीं कर पा रहे हैं तो यहां पर राष्ट्रपति शासन लगाएं. कम से कम उत्तर प्रदेश की जनता के ऊपर रहम करें. यही मेरी अपील है.’
भाजपा का पलटवार
वहीं (Mayawati) मायावती के आरोपों पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पलटवार किया है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सपा और बसपा का शासनकाल सबने देखा है. वहां गुंडों की सरकार थी. स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सपा ने 15 साल तक उत्तर प्रदेश में शासन किया है. राज्य को लूटा है. इसके अलावा उन्होंने राज्य में भ्रष्टाचार किया है. सभी ने देखा है उस समय कानून-व्यवस्था की हालत कैसी थी.
यूपी में लगातार बढ़ रहे हैं जुर्म
मालूम हो कि हाथरस गैंगरेप की घटना की चिंगारी अभी खत्म भी नहीं हुई थी कि प्रदेश में एक और शर्मसार कर देने वाली घटना घटी है. खबरों के मुताबिक, मंगलवार को बलरामपुर के गेसारी गांव में एक 22 वर्षीय दलित कॉलेज छात्रा के साथ गैंगरेप किया गया. मामले में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. बीकॉम द्वितीय वर्ष की यह छात्रा मंगलवार को अपनी फीस देने के लिए पास के शहर के एक कॉलेज में गई थी. परिवार ने बताया कि वह एक निजी फर्म में काम भी करती थी.