हाथरस (Hathras) गैंगरेप मामले के बाद मामला काफी संवेदनशील हो गया है. पुलिस अचानक से मुस्तैद नजर आने लगी है. इसी बीच हाथरस (Hathras) में 31 अक्टूबर तक धारा 144 लागू कर दी गई है. उधर हाथरस गैंगरेप की पीड़िता के गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गई है. लोगों को वहां आने-जाने से मनाही है जबकि पुलिसवाले मीडिया को भी गांव के अंदर नहीं जाने दे रहे हैं.
हाथरस (Hathras) के डीएम पीके लक्षकार ने बताया कि जिले में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. ये 31 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगी. जिले के सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं. हर रास्ते को बंद कर दिया गया है और मीडिया समेत किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव के अंदर जाने की अनुमति नहीं है.
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टीएमसी सांसदों के साथ धक्का-मुक्की
पीड़िता के परिवार से मिलने की जिद पर अड़े टीएमसी सांसदों और पुलिस के बीच धक्कामुक्की हुई है. इस दौरान टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन गिर पड़े हैं. पुलिस, टीएमसी प्रतिनिधिमंडल को गांव के अंदर जाने से रोक रही है.
वहीं टीएमसी की महिला सांसद ममता ठाकुर से भी पुलिस ने बदसलूकी की. मीडिया से बात करते हुए ममता ठाकुर ने कहा कि हम परिवार से मिलने जा रहे थे, लेकिन हमें अनुमति नहीं दी जा रही. जब हमने जोर दिया, तो महिला पुलिसकर्मियों ने हमारे ब्लाउज को खींचा और हमारी सांसद प्रतिमा मंडल पर लाठीचार्ज किया. वह नीचे गिर गईं. पुरुष पुलिस अधिकारियों ने उन्हें (प्रतिमा मंडल) छुआ. यह शर्मनाक है.
सपा व कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
वहीं समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ता आज पूरे प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं. यूपी शिवसेना के पदाधिकारी आज हाथरस जाने की कोशिश करेंगे. शिवसेना के प्रतिनिधिमंडल की कोशिश होगी कि वो पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंचे. शिवसेना प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह ने इस बात का एलान किया है.
मालूम हो कि चार लोगों द्वारा गैंगरेप में बुरी तरह जख्मी लड़की की मौत के बाद उसका पुलिस ने अंतिम संस्कार चुपके से कर दिया था जिसके बाद इस मामले को लेकर देश में आक्रोश है.
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