हाथरस गैंगरेप (Hathras Gangrape Case) के बाद यूपी की योगी सरकार (CM Yogi Govt) की भूमिका पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. हाथरस (Hathras Gangrape Case) में पीड़िता के गांव में नेताओं और मीडिया के आने पर पाबंदी लगा दी गई है. साथ ही पूरे हाथरस जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है. हालांकि इसको लेकर विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. उधर आलोचनाओं के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) का बयान सामने आया है.
सीएम योगी (CM Yogi) ने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है.
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने कहा, ” उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है. इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा. आपकी यूपी सरकार प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है. यह हमारा संकल्प है-वचन है. ”
उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है।
इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा।
आपकी @UPGovt प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है।
यह हमारा संकल्प है-वचन है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 2, 2020
बता दें कि इस मामले में सीएम योगी ने पहली बार खुलकर सजा की बात कही है. इससे पहले उनके बर्ताव को लेकर विपक्ष लगातार सवाल खड़े कर रहा था.
डीएम और एसपी पर सवाल
वहीं खबरें आ रही हं कि हाथरस मामले (Hathras Gangrape Case) में वहां के डीएम और एसपी के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक, दोनों अधिकारियों पर गाज गिर सकती है. जिस तरीके से हाथरस प्रशासन ने इस पूरे मामले (Hathras Gangrape Case) को हैंडल किया है उससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) बेहद नाराज हैं और जल्द ही कार्रवाई के आसार हैं.
पूरे देश में आक्रोश
मालूम हो कि 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार (Hathras Gangrape Case) किया गया था. इस दौरान चार युवकों ने लड़की को रीढ़ की हड्डी में चोट पहुंचाई और जीभ काट दी थी. गंभीर हालात में दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल भर्ती कराने के बाद मंगलवार तड़के पड़िता की मौत हो गई थी. इसके बाद प्रशासन ने जबरन रात में लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया. इसको लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
टीएमसी सांसदों के साथ धक्का-मुक्की
पीड़िता के परिवार से मिलने की जिद पर अड़े टीएमसी सांसदों और पुलिस के बीच धक्कामुक्की हुई है. इस दौरान टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन गिर पड़े हैं. पुलिस, टीएमसी प्रतिनिधिमंडल को गांव के अंदर जाने से रोक रही है.
वहीं टीएमसी की महिला सांसद ममता ठाकुर से भी पुलिस ने बदसलूकी की. मीडिया से बात करते हुए ममता ठाकुर ने कहा कि हम परिवार से मिलने जा रहे थे, लेकिन हमें अनुमति नहीं दी जा रही. जब हमने जोर दिया, तो महिला पुलिसकर्मियों ने हमारे ब्लाउज को खींचा और हमारी सांसद प्रतिमा मंडल पर लाठीचार्ज किया. वह नीचे गिर गईं. पुरुष पुलिस अधिकारियों ने उन्हें (प्रतिमा मंडल) छुआ. यह शर्मनाक है.
सपा व कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
वहीं समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ता आज पूरे प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं. यूपी शिवसेना के पदाधिकारी आज हाथरस जाने की कोशिश करेंगे. शिवसेना के प्रतिनिधिमंडल की कोशिश होगी कि वो पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंचे. शिवसेना प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह ने इस बात का एलान किया है.