उत्तर प्रदेश के हाथरस गैंगरेप के विरोध में कांग्रेस ने गुजरात में भी प्रतिकार रैली (Pratikar Rally) का आयोजन किया था. लेकिन रैली शुरू होने से पहले ही कई कांग्रेसी नेताओं को अहमदाबाद पुलिस ने हिरासत में ले लिया. हाथरस गैंगरेप की घटना का विरोध करने के लिए कांग्रेस ने कोचरब आश्रम से साबरमती आश्रम तक प्रतिकार रैली का आयोजन किया था.
बुधवार को गुजरात में भी प्रतिकार रैली (Pratikar rally) आयोजन होना था, जिसमें निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी और कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल को शामिल होना था. लेकिन दोनों को उनके घरों में ही बंद कर दिया गया.
जिग्नेश मेवानी ने ट्विटर पर कहा है कि उन्हें प्रतिकार रैली (Pratikar rally) में शामिल नहीं होने दिया जा रहा है और उन्हें नजरबंद कर दिया गया है.
.@vijayrupanibjp क्या आप इतने कायर है की दलितों को एक रैली में भी नहीं जाने दिया?
मुझे हाउस अरेस्ट कर, रुम से बहार तक जाने तक अनुमति नहीं दे रही है @AhmedabadPolice !
प्रधानमंत्री कहाँ है जो दलितों के लिए चौराहे पर मिलने वाले थे ?!#JusticeForHathras#DalitLivesMatter
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) October 7, 2020
गुजरात के नेता मेवानी ने अपने ट्वीट में कहा कि गुजरात में लोकतंत्र को बर्बाद किया जा रहा है. मुझे प्रतिकार रैली (Pratikar rally) में जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है. ये रैली हाथरस पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए है. जिग्नेश ने कहा कि उन्हें अहमदाबाद में हिरासत में ले लिया गया है और कमरे से भी बाहर नहीं आने दिया जा रहा.
‘बहनों के लिए आवाज उठाना गुनाह है?’
वहीं हार्दिक पटेल ने ट्वीट किया, गुजरात समेत देशभर में हो रहे बलात्कार की घटना के विरोध में आज अहमदाबाद में प्रतिकार रैली का आयोजन किया था, रैली के दो घंटे पहले मेरे घर से मुझे हिरासत में लिया। पाँच घंटे तक तीस पुलिसकर्मी की निगरानी में बिठाया और अभी मुझे रिहा किया हैं। देश की बहनों के लिए आवाज़ उठाना गुनाह है ?
गुजरात समेत देशभर में हो रहे बलात्कार की घटना के विरोध में आज अहमदाबाद में प्रतिकार रैली का आयोजन किया था, रैली के दो घंटे पहले मेरे घर से मुझे हिरासत में लिया। पाँच घंटे तक तीस पुलिसकर्मी की निगरानी में बिठाया और अभी मुझे रिहा किया हैं। देश की बहनों के लिए आवाज़ उठाना गुनाह है ?
— Hardik Patel (@HardikPatel_) October 7, 2020
हिरासत में करीब 100 कांग्रेसी कार्यकर्ता Pratikar Rally
खबरों के मुताबिक, रैली (Pratikar rally) की अनुमति नहीं थी और इसलिए कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. हिरासत में लिए गए लोगों में शशिकांत पटेल और दिनेश शर्मा के भी नाम शामिल हैं. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोषी को भी हिरासत में लिया गया है. कुल मिलाकर 100 से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है.
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वहीं विधायक गयासुद्दीन शेख और जीपीसीसी अध्यक्ष अमित चावड़ा को भी हिरासत में लिया गया है. इस दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी देखने को मिली. कांग्रेस नेता इमरान खेडावाला को नजरबंद कर दिया गया है.
‘यूपी पुलिस की राह पर गुजरात पुलिस’
नेताओं की हिरासत पर टिप्पणी करते हुए विधायक नौशाद सोलंकी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि गुजरात सरकार ने रैली (Pratikar rally) और हिरासत में लिए गए नेताओं को अनुमति नहीं दी. सोलंकी ने कहा, “गुजरात पुलिस उत्तर प्रदेश पुलिस के कदमों में चल रही है.”
मालूम हो कि हाथरस मामले के विरोध में प्रदर्शन कर रहे विपक्षी दल पिछले कई दिनों से आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस उनके साथ दोहरा व्यवहार कर रही है. हाथरस में भी कई दलों के कार्यकर्ताओं पर पुलिस का लाठीचार्ज दिखा. वहीं पुलिस ने विपक्षी नेताओं और उनके समर्थकों के खिलाफ कई मुकदमें दर्ज कर लिए हैं. इसके खिलाफ विपक्ष लगातार आवाज उठा रहा है.