अहमदाबाद शहर के कई डॉक्टरों ने नवरात्रि (Navratri) पर राज्य में गरबा कलाकारों द्वारा उनके खिलाफ की गई कुछ अपमानजनक टिप्पणियों और धमकियों को लेकर सिटी पुलिस की साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है. दरअसल डॉक्टरों ने सरकार से नवरात्रि (Navratri) समारोह की अनुमति न देने का आग्रह किया था जिसको लेकर डॉक्टरों और कलाकारों के बीच वाकयुद्ध चल रहा है.
डॉक्टरों ने चेतावनी दी थी कि नवरात्रि (Navratri) जैसे विशाल समारोहों के लिए अनुमति देना कोरोना (Covid-19) के खिलाफ लड़ाई को गंभीर रूप से प्रभावित करेगा और इससे स्थिति और खराब हो जाएगी.
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नवरात्रि (Navratri) के दौरान परफॉर्मेंस से अपना जीवनयापन करने वाले कई कलाकारों ने डॉक्टरों की सिफारिश की आलोचना करते हुए कहा है कि यह उनकी आजीविका को नुकसान पहुंचा रहा है.
राज्य सरकार ने गरबा पर लगाई है रोक
गौरतलब है कि सरकार ने घोषणा की है कि इस बार नवरात्रि (Navratri) पर गरबा की अनुमति नहीं दी जाएगी. हालांकि सरकार ने सार्वजनिक पूजा को कुछ शर्तों के साथ आयोजित करने की अनुमति दी है लेकिन गरबा के आयोजन पर रोक लगा दी है.
इसके बाद कई कलाकारों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा था कि वे संबंधित डॉक्टरों के अस्पतालों में जाएंगे और नवरात्रि (Navratri) आयोजित न करने के फैसले के विरोध में वहां हंगामा करेंगे. इन्हीं में से एक बबलू अमदावदी ने डॉक्टरों के खिलाफ फेसबुक पर पोस्ट किया, लेकिन कई डॉक्टरों द्वारा इसको लेकर शिकायत करने के बाद उसे हटा दिया गया.
डॉक्टर्स ने सीएम रुपाणी को लिखा पत्र
इस मामले को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को भी पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने मांग की है कि जो लोग उनकी छवि खराब कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
पत्र में लिखा गया कि डॉक्टर कोरोना के खिलाफ लड़ाई में फ्रंटलाइन वॉरियर्स में से एक हैं और अब तक 500 से अधिक डॉक्टरों की ड्यूटी पर मौत हो चुकी है. उन्होंने कहा कि नवरात्रि (Navratri) के आयोजन और महामारी को देखते हुए सरकार को चेतावनी देना उनका कर्तव्य था.
पत्र में कहा गया है कि अब उन्हें अपनी ड्यूटी करने के लिए बदनाम किया जा रहा है. ऐसे में सरकार को ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. बदनाम किए गए पोस्ट में डॉ. मोना देसाई, डॉ. मुकेश माहेश्वरी, डॉ. वसंत पटेल, डॉ. मिताली वासावडा और डॉ. प्रभाकर सहित पांच डॉक्टरों का उल्लेख है. कुछ पोस्टों में संबंधित डॉक्टरों के क्लिनिक और घर के बाहर विरोध प्रदर्शन की धमकी भी दी गई है.