- राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की समस्या को लेकर शुरू हुआ अभियान
- अभियान का आगाज कर केजरीवाल ने कहा- साल में 7000 रुपये की होगी बचत
- केजरीवाल ने कहा अगर 10 लाख लोग भी लेंगे हिस्सा तो दिखेगा बड़ा बदलाव
- दिल्ली में एक करोड़ से ज्यादा गाड़िया हैं रजिस्टर्ड
देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की समस्या को लेकर एक बार फिर भाजपा और आम आदमी पार्टी आमने-सामने आ गई है.
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच जुबानी जंग के बाद अब सीएम केजरीवाल ने बड़ा ऐलान किया है.
अरविंद केजरीवाल ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दिल्ली में प्रदूषण की समस्या को कम करने के लिए हमारी सरकार एक अभियान का आगाज कर रही है.
रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ नामक अभियान का आगाज
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि प्रदूषण से लड़ने के लिए आज से “रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ” अभियान की शुरुआत कर रहे हैं.
इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत सभी लोग यह संकल्प लें कि रेड लाइट पर हम अपनी गाड़ी बंद करेंगे. ऐसे करने पर जल्द ही हमें बड़ा बदलाव दिखेगा.
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इस मौके पर केजरीवाल ने कहा कि राजधानी दिल्ली में एक करोड़ से ज्यादा गाड़िया रजिस्टर्ड हैं.
अगर 10 लाख लोग इस अभियान में हिस्सा लेकर रेड लाइट पर अपनी गाड़ियों को बंद करना शुरू कर दें तो विशेषज्ञों ने मुझे गणना करके दी है कि साल में PM 10 प्रदूषण 1.5 टन कम हो जाएगा और PM 2.5 प्रदूषण 0.4 टन कम हो जाएगा.
साल में 7000 रुपये की होगी बचत
इतना ही नहीं उन्होंने एक अन्य फायदे के बारे में जानकारी देते हुए कि अगर सभी लोग रेड लाइट पर अपनी गाड़ी बंद करना शुरू कर दें. तो सालाना सात हजार रुपये की बचत भी हो सकती है.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि राजधानी दिल्ली में एक गाड़ी रोज तकरीबन 15-20 मिनट रेड लाइट पर बिताती है और उसमें तकरीबन 200 ML ईंधन जलता है.
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