बलिया गोलीकांड (Ballia Firing) के मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. धीरेंद्र चार दिन से पुलिस को चकमा दे रहा था और लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था. उसे उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने लखनऊ से गिरफ्तार किया है. इस मामले (Ballia Firing) में अब तक कुल नौ आरोपी हिरासत में लिए जा चुके हैं.
जानकारी के मुताबिक STF की टीम मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह को बलिया लेकर जाएगी और स्थानीय पुलिस को हैंडओवर करेगी. बलिया गोलीकांड (Ballia Firing) का मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह को लेकर घोषित इनाम को यूपी पुलिस ने बढ़ाकर 50-50 हजार रुपये कर दिया था.
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दो अन्य आरोपी गिरफ्तार
धीरेंद्र सिंह के आलावा दो अन्य नामदज आरोपी संतोष यादव और अमरजीत यादव को गिरफ्तार किया गया है. दोनों पर भी 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था. अब तक 8 नामजद और करीब 25 अज्ञात आरोपियों में सिर्फ 7 की गिरफ्तारी हुई थी. इनमें भी सिर्फ दो ही नामजद हैं.
एनएसए के तहत होगी कार्रवाई
पुलिस के मुताबिक आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी. आरोपियों की तलाश में पुलिस की 10 टीमें जुटी हुई थीं. धीरेंद्र सिंह से पहले सिर्फ दो नामजद आरोपियों देवेंद्र प्रताप सिंह और नरेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया जा सका था. ये दोनों मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के भाई हैं. बताया जा रहा है कि फरार मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह सेना का रिटायर्ड जवान है.
क्या था मामला
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रेवती थाना क्षेत्र में मौजूद दुर्जनपुर गांव में चार दिन पहले कोटे की दुकान के आवंटन की कार्यवाही चल रही थी. लेकिन इसी दौरान दो पक्षों में भिड़ंत हो गई.
इसमें गांव के ही दबंग धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ डब्ल्यू ने अपने साथियों के साथ मिलकर दूसरे पक्ष पर हमला बोल दिया और ताबड़तोड़ फायरिंग (Ballia Firing) शुरू कर दी. इस हमले में जयप्रकाश पाल को गोली लग गई. इसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था. लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई.