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मोरबी उपचुनाव: कांग्रेस का एक और बड़ा विकेट गिरा, नगरपालिका अध्यक्ष सहित 8 नेता भाजपा से जुड़े

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मोरबी उपचुनावों (Morbi Bypolls) से पहले कांग्रेस के नेताओं के विकेटों के गिरने का सिलसिला जारी है. लगातार उसके लोकल नेता पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थाम रहे हैं. इसी बीच मोरबी के एक और स्थानीय कांग्रेस (Congress) नेता ने भाजपा (BJP) में शामिल होने के लिए पार्टी छोड़ दी है. किशोर चिखलिया के अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस छोड़ने के बाद मोरबी नगरपालिका के अध्यक्ष ने भी भाजपा से जुड़ने का फैसला किया.

मोरबी नगरपालिका के अध्यक्ष केतन विलपारा और नागरपालिका के सात अन्य सदस्य भाजपा में शामिल हो गए हैं.

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दिलचस्प बात यह है कि गुजरात भाजपा के अध्यक्ष के रूप में बागडोर संभालने के बाद सीआर पाटिल ने कहा था कि पार्टी किसी और कांग्रेस को छोड़ने वाले किसी और नेता को अपने साथ नहीं जोड़ेगी. लेकिन उसके बाद से किशोर चिखलिया और उनके समर्थक और अब कांग्रेस के मोरबी नगरपालिका सदस्य भगवा पार्टी में शामिल हो चुके हैं.

केतन के अलावा ये भी भाजपा से जुड़े

मोरबी उपचुनावों (Morbi Bypolls) से पहले केतन विलपारा के अलावा भाजपा में शामिल होने वाले मोरबी नगरपालिका के अन्य सदस्यों में बिपिन देत्रोजा, नवीन धूमालिया, अशोक कांजिया, जितेंद्र फेफार, इद्रीश जेड़ा, जयदीपसिंह राठौड़ और अरुणबा जडेजा शामिल हैं.

कांग्रेस के पूर्व विधायक बृजेश मेरजा के राज्यसभा चुनाव से पहले पार्टी छोड़ने के बाद यह सीट खाली हो गई. बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए और अब उपचुनावों (Morbi Bypolls) में भाजपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं.

कांग्रेस के लिए क्यों खड़ी हुई परेशानी

मोरबी सीट मोरबी उपचुनावों (Morbi Bypolls) के लिए उम्मीदवार की घोषणा के बाद से कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है. हाल ही में भाजपा में शामिल हुए किशोर चिखलिया इस सीट के लिए प्रबल उम्मीदवारों में से एक थे, लेकिन उनका नाम इस सीट के लिए हटाए जाने के बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी.

चिखलिया जिला पंचायत के अध्यक्ष थे. मोरबी से जयंती पटेल को टिकट दिए जाने के बाद वह नाराज थे. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि यह हार्दिक पटेल के इशारे पर किया गया था. उन्होंने ललित कगथरा और हार्दिक पटेल पर पैसे के लिए टिकट का व्यापार करने का आरोप लगाया था.

हार्दिक ने भेजा था नोटिस

बाद में हार्दिक पटेल ने चिखलिया को एक कानूनी नोटिस भेजा था जिसमें कहा गया था कि वह या तो अपने आरोपों को साबित करें या उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए लिखित में माफी मांगे.

कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने अपने वकील आनंद याज्ञनिक के जरिए किशोर चिखलिया को नोटिस भेजा है. जिसमें 10 दिनों के अंदर विवादस्पाद बयान का खुलासा मांग गया है.

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