अहमदाबाद के पिराणा-पिपणज रोड पर मौजूद रेवा एस्टेट के साहिल एंटरप्राइज के कपड़ा गोदाम में बॉयलर फटने से आग (Ahmedabad Fire) लग गई. इस घटना में अब तक 12 लोगों के मरने की खबर है. आंकड़ों से पता चलता है कि शहर में पिछले तीन सालों में ऐसी आग (Ahmedabad Fire) लगने की घटनाओं में कम से कम 35 लोगों की मौत हुई है.
इससे शहर में ऐसी फैक्ट्रियों में आग (Ahmedabad Fire) से सुरक्षा के मानक लागू होने पर सवाल उठ रहे हैं. पिराणा-पिपणज की घटना में भी पता चला है कि कारखाने के पास फायर एनओसी नहीं थी.
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वर्ष 2017-18 में राज्य में आग (Ahmedabad Fire) की 7,330 घटनाएं हुईं. इसका मतलब है कि राज्य में हर दिन औसतन 21 आग लगने की घटनाएं हुई. ज्यादातर मामलों में अग्नि सुरक्षा मानदंडों का खराब कार्यान्वयन आग (Ahmedabad Fire) भड़कने की वजह बनीं.
अहमदाबाद में सबसे ज्यादा घटनाएं
अहमदाबाद शहर में सबसे ज्यादा आग (Ahmedabad Fire) लगने की घटनाएं सामने आई हैं. राज्य में आग लगने की 31% घटनाएं यहीं से सामने आईं.
2017-18 में आग लगने की घटनाओं में 69.20 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ और ऐसी घटनाओं में 35 लोगों की मौत हुई. फायर ब्रिगेड ने उक्त अवधि के दौरान 96 लोगों को आग से बचाया और इस दौरान आग से 783.77 करोड़ रुपये की संपत्ति बचाई गई. इसी तरह वर्ष 2018-19 में, राज्य में आग की 2,123 घटनाएं दर्ज की गईं.
मेयर बिजल पटेल ने बताया ’आम घटना’
उधर पिराण-पिपणज में आग लगने की घटना पर शोक व्यक्त करने वाले मेयर बिजल पटेल के द्वारा इसे ‘सामान्य घटना’ कहने के बाद वे विवादों में घिर गए हैं. गौरतलब है कि सुबह आग लगने की घटना से 9 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य की इलाज के दौरान मौत हो गई.
मेयर बिजल पटेल ने घटना के बारे में ट्वीट किया था. बाद में एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान मेयर ने इस घटना को एक ‘सामान्य घटना’ करार दिया.