तमाम विवादों के बीच मेवालाल चौधरी (Mewalal Choudhary) ने गुरुवार को बिहार के नए शिक्षा मंत्री का पद भार ग्रहण कर लिया लेकिन पदभार संभालने के कुछ समय बाद ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने आज ही अपना कार्यभार संभाला था. मेवालाल पर कृषि विश्वविद्यालय में वीसी रहते हुए नियुक्ति में घोटाले का आरोप है. उन्होंने नीतीश सरकार में शिक्षा मंत्री के रूप में तीन दिन पहले ही शपथ लिया था.
इससे पहले पद भार ग्रहण करने के बाद उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर सफाई दी. मेवालाल चौधरी (Mewalal Choudhary) ने कहा कि सरकार की कोई किरकिरी नहीं हो रही है. सारे आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं.
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बिहार के नवनियुक्त शिक्षा मंत्री (Mewalal Choudhary) ने कहा कि वैसे आरोपी जो खुद जेल के दरवाजे पर खड़े हैं, वो अगर हमपर कोई बेबुनियाद इल्जाम लगाते हैं, तो उसपर कहने के लिए मेरे पास कोई शब्द नहीं हैं. साथ ही उन्होंने धमकी दी कि वह आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ 50 करोड़ का मुकदमा दायर करेंगे.
सफाई में क्या बोले मेवालाल
शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी (Mewalal Choudhary) ने कहा, ‘मेरे खिलाफ लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं. ऐसा व्यक्ति जो खुद आरोपी है, जेल के दरवाजे पर खड़ा है और दूसरा जेल के अंदर है. अगर ऐसे लोग मुझ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हैं तो मेरे पास बोलने के लिए फिर कुछ नहीं है.’
मेवालाल (Mewalal Choudhary) ने अपनी पत्नी के विषय में भी सफाई देते हुए कहा कि ये आप विपक्ष से पूछे कि अगर उनकी पत्नी भी इसी तरह मर जाए और हम उनसे ये पूछे तो उन्हें अच्छा लगेगा, जिसने भी ये बात कहा है उसको आज ही मैं लीगल नोटिस भेजने जा रहा हूँ और मैं उनपर 50 करोड़ का मानहानि की दावा करूंगा.
आरजेडी ने लगाए हैं आरोप
बता दें कि आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) पिछले 2 दिनों से लगातार मेवालाल चौधरी (Mewalal Choudhary) के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर और उनकी पत्नी की संदिग्ध मौत के मामले में मेवालाल की कथित संलिप्तता को लेकर जांच की मांग कर रही है. मेवालाल चौधरी की पत्नी नीता चौधरी 27 मई 2019 को अपने आवास पर बुरी तरह से जल गई थीं. 2 जून 2019 को उनकी मौत हो गई थी.
इतना ही नहीं 2017 में मेवालाल चौधरी (Mewalal Choudhary) पर भागलपुर के सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहते हुए नौकरी में भारी घपले बाजी करने का आरोप है. उनके ऊपर आरोप है कि कुलपति रहते हुए उन्होंने 161 असिस्टेंट प्रोफेसर की गलत तरीके से बहाली की.
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