असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई (Tarun Gogoi) का सोमवार को 84 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्हें अगस्त में कोरोना हुआ था. हालांकि वे इससे ठीक हो चुके थे, लेकिन इसके बाद भी उनकी सेहत में सुधार नहीं हुआ था. गोगोई (Tarun Gogoi) 2 नवंबर से अस्पताल में भर्ती थे. गुवाहाटी के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में उन्होंने शाम 5 बजकर 34 मिनट पर आखिरी सांस ली. वे तीन बार असम के मुख्यमंत्री रहे.
शनिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें शनिवार को वेंटिलेटर पर रखा गया था. गोगोई (Tarun Gogoi) 25 अगस्त को कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये थे और इसके अगले दिन उन्हें जीएमसीएच में भर्ती कराया गया था. इसके बाद 25 अक्टूबर को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी.
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पीएम मोदी ने जताया शोक
तरूण गोगोई (Tarun Gogoi) के निधन पर राजनीतिक जगत में शोक की लहर छा गई. प्रधानमंत्री मोदी ने उनके निधन पर शोक जताया है. पीएम मोदी ने लिखा, “श्री तरूण गोगोई जी एक लोकप्रिय नेता थे और वरिष्ठ प्रशासक थे, जिन्हें असम और केन्द्र का कई वर्षों का राजनीतिक अनुभव था. इस दुख की घड़ी में मेरी सांत्वना उनके परिवार और समर्थकों के साथ है. ओम शांति.” “
Shri Tarun Gogoi Ji was a popular leader and a veteran administrator, who had years of political experience in Assam as well as the Centre. Anguished by his passing away. My thoughts are with his family and supporters in this hour of sadness. Om Shanti. pic.twitter.com/H6F6RGYyT4
— Narendra Modi (@narendramodi) November 23, 2020
सबसे लंबे समय तक असम के सीएम रहे
गोगोई (Tarun Gogoi) का जन्म 1 अप्रैल 1936 को हुआ था। वे 2001 से 2016 तक असम के मुख्यमंत्री रहे। गोगोई ने कांग्रेस को लगातार तीन विधानसभा चुनावों में जीत दिलाई. सबसे लंबे समय तक असम का मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है. गोगोई 6 बार लोकसभा के लिए चुने गए। वे 1971 से 1985 तक तीन बार जोरहट से सांसद रहे. उसके बाद 1991-96 और 1998-2002 के दौरान कालीबोर के सांसद रहे.