अहमदाबाद के कालूपुर रेलवे स्टेशन (Ahmedabad Railway Station) पर कोरोना की जांच के लिए बनाए गए शिविर को बंद कर दिया गया है. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखने हुए अहमदाबाद कॉर्पोरेशन (एएमसी) शहर के कालूपुर रेलवे स्टेशन (Ahmedabad Railway Station) पर ट्रेन से बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना टेस्ट कर रही थी जिसके लिए एक विशाल शिविर लगाया गया था. इस दौरान कई यात्रियों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया.
अब कोरोना टेस्ट शिविर (Ahmedabad Railway Station) के बंद होने के बाद शहर में कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ गया है.
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बता दें कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में कोरोना रिपोर्ट के बगैर प्रवेश पर रोक है. महाराष्ट्र सरकार के निर्देशों के मुताबिक कोरोना रिपोर्ट निगेटिव होने के बाद ही राज्य में प्रदेश की इजाजत है. वहीं अब गुजरात के अहमदाबाद जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों के बावजूद ऐसे कोई नियम नहीं हैं. यहां यात्री बेरोक-टोक शहर में प्रवेश कर सकते हैं. इसके कोरोना संक्रमण की गति तेजी से फैल सकती है.
61,199 यात्रियों में से 707 संक्रमित
गौरतलब है कि अहमदाबाद में कोरोना की स्थिति को देखते हुए अक्टूबर के महीने में, रेलवे स्टेशन पर नगर निगम द्वारा एक विशाल शिविर (Ahmedabad Railway Station) बनाया गया था और ट्रेन से आने वाले सभी यात्रियों के लिए अनिवार्य रैपिड टेस्ट आयोजित किया गया था. एएमसी द्वारा कुल 61,199 यात्रियों का रैपिड कोरोना टेस्ट किया गया, जिसमें से 707 यात्रियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई. अब अगर ये यात्री कोरोना टेस्ट के बिना शहर में प्रवेश करते तो शहर में कोरोना वायरस की स्थिति और भी भयानक हो सकती थी.
अहमदाबाद में संक्रमण गति तेज हुई
मालूम हो कि अहमदाबाद में दिवाली के बाद से कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज हुई है. शहर को पिछले सप्ताह 57 घंटे का कर्फ्यू लगाया गया था. इसके अलावा, कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अभी भी नाइट कर्फ्यू लागू है. वर्तमान में अहमदाबाद रेलवे स्टेशन (Ahmedabad Railway Station) से लगभग 60 ट्रेनें प्रतिदिन चलती हैं. ऐसे में इन ट्रेनों से आने-जाने वाले यात्रियों के कारण संक्रमण की गति तेज होने से इनकार नहीं किया जा सकता है.