कृषि विधेयकों को लेकर आंदोलनरत पंजाब के किसानों ने दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर (Delhi Haryana Border) पर डटे रहने का फैसला किया है. आगे की रणनीति के लिए दिल्ली-हरियाणा सिंघू बॉर्डर (Delhi Haryana Border) पर किसानों की बैठक हुई जिसके बाद यह फैसला लिया गया कि किसान यहीं से अपना आंदोलन जारी रखेंगे.
दिल्ली बॉर्डर (Delhi Haryana Border) पर भारतीय किसान यूनियन पंजाब के जनरल सेक्रेट्री हरिंदर सिंह ने कहा है,
“हमने फैसला किया है कि हम यहां (Delhi Haryana Border) से कहीं नहीं जाएंगे और अपना विरोध प्रदर्शन यहीं करेंगे. रोज़ाना सुबह 11 बजे हम मुलाकात करेंगे और अपनी रणनीति पर चर्चा करेंगे.”
बता दें कि पंजाब से हरियाणा होते हुए किसानों का दिल्ली कूच करना अब भी जारी है. पंजाब की किसान यूनियन उग्राहा के हज़ारों ट्रैक्टर अभी भी रोहतक होते हुए बहादुरगढ़ की तरफ लगातार बढ़ रहे हैं.
यह भी पढ़ें: अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर बंद हुआ कोरोना टेस्ट, शहर में बढ़ा संक्रमण का खतरा
उधर पंजाब से दिल्ली आए कुछ संगठन बुराड़ी के निरंकारी मैदान में पहुंच चुके हैं. वहीं किसानों ने अपने खाने पीने की व्यवस्था भी कर रखी है. किसानों ने जमीन पर गढ्ढे खोद चूल्हे बना रखे हैं, जिस पर सब्जियां बन रही हैं. वहीं तवा लगाकर रोटियां भी सेकी जा रही हैं, ताकि किसानों के साथ आए उनके साथियों को परेशानी न हो. दरअसल किसानों को बुराड़ी के निरंकारी मैदान पर प्रदर्शन की अनुमति दे दी गई है.
अमरीक सुखदेव ढाबे ने खोले दरवाजे
हरियाणा के मुरथल के मशहूर अमरीक सुखदेव ढाबे ने विरोध प्रदर्शन करने दिल्ली जा रहे किसानों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं. वे किसानों को मुफ्त में भोजन करा रहे हैं और इसके लिए उन्हें खासी सराहना मिल रही है. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), महाराष्ट्र राज्य समिति ने इस ढाबे को ‘लाल सलामी’ दी.