दिल्ली (Delhi) में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार ने प्रदेश की केजरीवाल सरकार की नींदें उड़ा रखी हैं. हालांकि इसके बावजूद केजरीवाल सरकार पाबंदियों के खिलाफ है. केजरीवाल सरकार ने दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi HC) को सूचित किया है कि उसने दिल्ली (Delhi) की स्थिति का आकलन करने के बाद दिल्ली या दिल्ली के कुछ हिस्सों में फिलहाल नाइट कर्फ्यू न लगाने के बारे में विचार किया है.
बता दें कि देश के कई दूसरे शहरों की तरह दिल्ली (Delhi) में भी नाइट कर्फ्यू लगाने की बात कही जा रही थी. लेकिन अब दिल्ली सरकार ने हाईकोर्ट को बताया है कि दिल्ली में नाइट कर्फ्यू नहीं लगेगा.
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दिल्ली सरकार (Delhi Govt) ने अदालत को यह भी बताया कि यह सभी आवश्यक उपाय कर रही है और हमेशा की परिस्थितियों की मांग के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में कोविड -19 के प्रसार को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है.
बता दें कि 26 नवंबर को दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार (Delhi Govt) को वायरस को रोकने के लिए नाइट कर्फ्यू पर फैसला करने का निर्देश दिया था. हाईकोर्ट ने केजरीवाल सरकार को बिना किसी देरी के फैसला करने और लागू करने का निर्देश दिया था. हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार को 3 दिसंबर से पहले स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था. हाईकोर्ट ने कहा था कि दिल्ली सरकार को तय करना है कि दिल्ली या दिल्ली के कुछ हिस्सों में नाइट कर्फ्यू लगाने की जरूरत है या नहीं.
दिल्ली मे कोरोना की स्थिति
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी मीडिया ब्रीफिंग के दौरान जानकारी दी थी कि दिल्ली में संक्रमण दर में नवंबर की शुरुआत के बाद करीब 55 फीसदी की गिरावट आई है और अगले दो हफ्तों में इसमें और गिरावट आएगी. उन्होंने बताया था कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर सात नवंबर को 15.26 फीसदी से घटकर 7.35 फीसदी पर आ गई है.
मालूम हो कि देश की राजधानी दिल्ली में इसके संक्रमितों का आंकड़ा 5 लाख 78 हजार के पार पहुंच गया है. दिल्ली में बीते 24 घंटे में कोरोना के 3944 नए मामले सामने आए और इस दौरान 82 लोगों की मौत हो गई.