किसान आंदोलन (Farmers Protests) लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में दिल्ली से सटे सीमाओं पर लोगों को यातायाता को लेकर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसी बीच सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है, जिसमें दिल्ली की सीमाओं पर जमे किसानों (Farmers Protests) को हटाने की मांग की गई है.
सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर दिल्ली-एनसीआर के सीमावर्ती इलाकों से किसानों को प्रदर्शन (Farmers Protests) से तुरंत हटाने की मांग की गई है. याचिका में कहा गया है कि ‘हालांकि, पुलिस ने बुराड़ी की पेशकश की लेकिन किसान अभी भी सीमाओं पर विरोध कर रहे हैं.
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याचिकाकर्ता ने कहा है कि शाहीन बाग फैसले में SC ने कहा था कि प्रदर्शन प्रशासन की तरफ से तय जगह पर होना चाहिए. सड़क बाधित नहीं की जा सकती. इसलिए लोगों को तय जगह पर भेजा जाए.
कोविड दिशानिर्देशों के पालन कराने की मांग
याचिका में कहा गया है कोविड से जुड़े निर्देशों का पालन भी करवाया जाए. याचिका में कहा गया है कि इस प्रदर्शन (Farmers Protests) से COVID-19 के प्रसार का खतरा पैदा हो गया है. साथ ही लोगों को आने-जाने में भी दिक्कत हो रही है. याचिका में कहा गया है कि प्राधिकारियों को तुंरत बॉर्डर खुलवाने के आदेश दिए जाएं. साथ ही किसी निश्चित स्थान पर सामाजिक दूरी और मास्क आदि के साथ प्रदर्शन (Farmers Protests) को शिफ्ट किया जाए.
दिल्ली बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन (Farmers Protests) कर रहे किसानों से लाखों लोगों का जीवन खतरे में है क्योंकि वायरस बहुत संक्रामक है और अगर संयोग से यह कोरोनोवायरस रोग कम्युनिटी स्प्रेड का रूप ले लेता है, तो इससे देश में तबाही मच जाएगी.
सीमा पर डटे हुए हैं किसान
बता दें कि केंद्र के नए तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हजारों किसान शुक्रवार को लगातार नौंवे दिन कड़ी सुरक्षा के बीच दिल्ली से लगी सीमाओं पर डटे हैं. सरकार के साथ गुरुवार को बातचीत एक बार फिर बेनतीजा रहने के बाद, प्रदर्शन कर रहे किसानों के संगठन आगे की कार्रवाई को लेकर आज बैठक करेंगे. उत्तर प्रदेश के प्रदर्शनकारी किसानों ने ‘यूपी गेट’ के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-9 को जाम कर दिया है. वहीं पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली आने वाले दूसरे प्रवेश मार्गों पर डटे हैं.