मोदी सरकार द्वारा लागू कृषि कानूनों का विरोध जारी है. इस बीच आज से संसद का बजट सत्र का आगाज हो गया है. Budget session PM Modi
सत्र के शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद भवन पहुंचे. इस दौरान पीएम मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि शायद भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि 2020 में एक नहीं, वित्त मंत्री को अलग-अलग आर्थिक पैकेज के रूप में एक प्रकार से 4-5 मिनी बजट देने पड़े. Budget session PM Modi
मिनी बजट का सिलसिला चलता रहा और इसलिए यह बजट भी उन चार-पांच मिनी बजट के हिस्से के रूप में ही देखा जाएगा.
बजट सत्र से पहले पीए मोदी ने कहा लोकतंत्र की मर्यादा का करेंगे पालन Budget session PM Modi
इतना ही नहीं इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि इस दशक का आज पहला सत्र प्रारंभ हो रहा है, भारत के उज्जवल भविष्य के लिए ये दशक बहुत ही महत्वपूर्ण है.
आज़ादी के दिवानों ने जो सपने देखे थे उन्हें सिद्ध करने का स्वर्णिम अवसर अब देश के पास आया है. Budget session PM Modi
बजट सत्र के आगाज से पहले संसद भवन मुझे पीएम मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि जिस आशा और अपेक्षा के साथ देश ने हमें संसद में भेजा है.
हम संसद के इस पवित्र स्थान का भरपूर उपयोग करते हुए, लोकतंत्र की सभी मर्यादाओं का पालन करते हुए जन आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए अपने योगदान में पीछे नहीं रहेंगे.
राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि कांग्रेस समेत देश के 16 विपक्षी दलों ने आंदोलन कर रहे किसानों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के बहिष्कार का फैसला किया है. Budget session PM Modi
विपक्षी दलों के नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा,‘‘किसानों की मांगों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी सरकार अहंकारी, अड़ियल और अलोकतांत्रिक बनी हुई है.
सरकार की असंवेदनशीलता से स्तब्ध हम विपक्षी दलों ने तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग दोहराते हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया है.’’
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