Pulwama Attack: आज पुलवामा हमले की दूसरी बरसी है. आतंकियों ने दो साल पहले देश के सुरक्षाकर्मियों पर कायराना हमला किया था. इस हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे. उस दिन को याद करते हुए भारतीय सेना ने एक वीडियो जारी किया है. Pulwama Attack
14 फरवरी 2019 को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों द्वारा किए गए उस आतंकी हमले को याद करते हुए सेना के चिनार कॉर्प्स ने लिखा, पुलवामा हमला, भारत याद करता है. Pulwama Attack
Pulwama Attack ||
India Remembers || 🙏🏻#PulwamaTerrorAttack #Kashmirrejectsterrorism @adgpi @NorthernComd_IA @SWComd_IA pic.twitter.com/obIcfDk1dl— Chinar Corps🍁 – Indian Army (@ChinarcorpsIA) February 14, 2021
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई नेताओं ने पुलवामा हमले में जान गंवाने वाले सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजलि दी. Pulwama Attack
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गृह मंत्री अमित शाह ने 2019 में पुलवामा हमले में जान गंवाने वाले सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजलि दी. गृह मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘भारत उनके असाधारण साहस और सर्वोच्च बलिदान को कभी नहीं भूलेगा.’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पुलवामा हमले में जान गंवाने वाले सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजलि दी. रक्षा मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘भारत राष्ट्र के लिए उनकी सेवा और सर्वोच्च बलिदान को कभी नहीं भूलेगा.’ Pulwama Attack
राहुल गांधी ने ट्वीट में कहा, ‘पुलवामा हमले में शहीद हुए वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि और उनके परिवारों को नमन. देश आपका ऋणी है.’ Pulwama Attack
सीएम बघेल ने पूछा सवाल
वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी है. लेकिन श्रद्धांजलि के साथ बघेल ने सरकार से सवाल भी पूछे हैं. बघेल ने पूछा है कि जहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता, वहां 300 किलो RDX कैसे पहुंचा. Pulwama Attack
भूपेश बघेल ने ट्विटर पर लिखा, “सवाल तो है साहेब! जहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता, वहां 300 किलो RDX कैसे पहुंचा? कौन था इस साजिश के पीछे? पुलवामा हमले में शहीद हुए वीर जवानों को कोटि-कोटि नमन. राष्ट्र उनकी शहादत को सलाम करता है.” Pulwama Attack
कैसे हुआ था कायराना हमला
14 फरवरी 2019 को श्रीनगर में ड्यूटी पर वापस लौट रहे सीआरपीएफ के 76वीं बटालियन के 2500 से ज्यादा जवानों के लिए जम्मू से 2.33 बजे तड़के बस लेना यादगार अनुभव था, जो कि कुछ ही घंटों बाद सबसे दुखद घटना में तब्दील हो गया. काफिला जैसे ही श्रीनगर से 27 किलोमीटर पहले लेथपोरा पहुंचा, एक पीछा कर रही विस्फोटक से भरी कार ने काफिले के पांचवी बस को बांयी तरफ से टक्कर मार दी जिसमें 40 सैनिक शहीद हो गए. विस्फोट में दूसरे बस को भी नुकसान पहुंचा. Pulwama Attack
विस्फोट के तुरंत बाद पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली. उसने कहा कि दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के एक स्थानीय फिदायीन अदिल अहमद डार ने यह हमला किया. Pulwama Attack
भारत ने लिया था बदला
भारत ने बदला लेने के लिए पाकिस्तान के बालाकोट स्ठित जैश कैंप पर महज 12 दिनों के अंदर हमला किया. 15 फरवरी को CCS की बैठक हुई. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान से बदला लेने के लिए ऑप्शन दिए गए. Pulwama Attack
उरी हमले के बाद भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक का फैसला लिया था, लेकिन इस बार तय हुआ था कि किसी दूसरे तरीके से हमला किया जाएगा. लंबे मंथन के बाद एयरस्ट्राइक को फाइनल किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से NSA अजित डोभाल को इस प्लान की जिम्मेदारी दी गई. इसके बाद बालाकोट में मौजूद जैश ए मोहम्मद के ठिकानों को निशाना बनाया गया.
26 फरवरी की देर रात मिराज 2000 ने ग्वालियर से उड़ान भरी तो आगरा, बरेली के एयरबेस को भी अलर्ट पर रखा गया. इस दौरान पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम पर निगाह रखने को कहा गया. 12 मिराज विमान सुबह करीब तीन बजे पाकिस्तानी सीमा में दाखिल हुए और बालाकोट में बम बरसाने शुरू कर दिए. इस दौरान पाकिस्तान के एफ16 विमान एक्टिव हो गए लेकिन तबतक भारत की वायुसेना अपना काम कर चुकी थी. Pulwama Attack
भारतीय वायुसेना के एक्शन में बालाकोट में मौजूद जैश ए मोहम्मद के ठिकाने तबाह कर दिए गए थे. इस हमले में सैकड़ों आतंकियों के मारे जाने का दावा किया गया.