Chinubhai Chimanlal: अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) का लंबा चौड़ा इतिहास रहा है. आजाद भारत से पहले जहां सरदार बल्लभभाई पटेल ने एएमसी की बागडोर संभाली तो आजाद भारत में चिनुभाई चिमनलाल पहले मेयर के रूप में अपने कार्यों के लिए याद किए जाते हैं. Chinubhai Chimanlal
अहमदाबाद नगर निगम का पहला चुनाव 1950 में हुआ था और तब चीनूभाई चिमनलाल सेठ अहमदाबाद के पहले मेयर बने थे. Chinubhai Chimanlal
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अहमदाबाद में धार्मिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने में चिनुभाई चिमनलाल का योगदान उल्लेखनीय रहा है. उस समय भारत सरकार ने विश्व प्रसिद्ध फ्रांसीसी आर्टिकेट ला कोरबुजियर को चंडीगढ़ शहर को तैयार करने का जिम्मा सौंपा था. इसके बाद वो मेयर चिनुभाई ही थे जिन्होंने अहमदाबाद की रूप-रेखा तैयार करने के लिए ला कोरबुजियर को बुलाया. आश्रम रोड पर मिल मालिकों की एसोसिएशन की बिल्डिंग भी ला कोरबुजियर की ही देन है. Chinubhai Chimanlal
क्वीन से लेकर नेहरू तक थे मुरीद
इंग्लैंड की क्लीन एलिजाबेथ द्वितीय ने चिनुभाई के मेयर कार्यकाल के दौरान अहमदाबाद का दौरा किया था. तब वह चिनुभाई के कार्य से बेहद खुश हुई थीं और उन्होंने उनकी तारीफ की थी. 1961 में जब इंग्लैंड की महारानी अहमदाबाद आईं तो सिद्दी सैयद की जाली को देखकर मोहित हो गई थीं. Chinubhai Chimanlal
तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू भी अहमदाबाद के तेजी से विकास से बहुत प्रभावित थे. नेहरू ने भी मेयर चिनुभाई की सराहना की थी. जवाहरलाल नेहरू कांकरिया चिड़ियाघर और बालवाड़ी को देखकर काफी प्रसन्न हुए थे. मिल के मालिक होने के बावजूद उन्होंने शहर के उपनगरों में पानी-सीवरेज जैसे मुद्दों के समाधान के लिए काम किया. Chinubhai Chimanlal
अंग्रेजी फिल्मों का था शौक
सफेद धोती और सफेद टोपी पहने चिनुभाई सेठ महापौर के रूप में खासे मशहूर हुए. अपने शासनकाल के दौरान शाहीबाग और एलिस ब्रिज का अच्छी तरह से विकसित कराया. चिनुभाई अंग्रेजी फिल्मों के शौकीन थे. उन दिनों शहर के सिनेमाघरों में हर रविवार सुबह अंग्रेजी फिल्मों के शो होते थे. चिनुभाई आज सुबह रंगीन टी-शर्ट और रंगीन पैंट पहनकर शो देखने पहुंच जाते थे और थिएटर के बाहर खड़े होकर सिगार पीते थे. पालड़ी स्थित संस्कार केंद्र उन्हीं की देन है. Chinubhai Chimanlal
11 साल तक रहे मेयर
चिनुभाई 1949 में अहमदाबाद नगर पालिका के अध्यक्ष चुने गए थे. 1950 में जब अहमदाबाद नगर निगम का गठन किया गया था, तो चिनुभाई चिमनलाल अहमदाबाद शहर के पहले मेयर बने थे. चीनूभाई ने 11 साल तक अहमदाबाद के मेयर के रूप में कार्य किया. Chinubhai Chimanlal
चिनुभाई ने अहमदाबाद शहर के विकास के लिए यादगार काम किए हैं। उन्होंने 1958 में नवरंगपुरा क्षेत्र और 1960 में वासणा क्षेत्र को अहमदाबाद नगर निगम में विलय कर दिया. चिनुभाई ने कांकरिया झील क्षेत्र की योजना बनाई और प्रसिद्ध कांकरिया चिड़ियाघर और बालवाड़ी का निर्माण कराया. अहमदाबाद का पहला क्रिकेट स्टेडियम (नवरंगपुरा) उन्हीं की देन है.
अहमदाबाद की शान नेहरू ब्रिज, शाहीबाग अंडरब्रिज, सुंदर परिमल गार्डन – सभी मेयर चिनुभाई चिमनलाल की ही देन हैं. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, (IIM) अहमदाबाद और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (NID) जैसे संस्थानों के निर्माण में भी चिनुभाई का अहम योगदान रहा है. 1 अगस्त 1993 को अहमदाबाद में चिनुभाई का निधन हो गया था.