गांधीनगर: सरकारी खर्च पर और सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने के बाद गुजरात के डॉक्टर विदेश जाना ज्यादा पंसद करते हैं.
पिछले 5 वर्षों में 327 डॉक्टर सरकारी फीस से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद विदेश चले गए हैं. इन डॉक्टरों के अध्ययन पर सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च किए हैं.
गुजरात विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कांग्रेसी विधायक के द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए सरकार ने यह जानकारी दी. Gujarati Doctor Abroad Shift
गुजरात विधानसभा में सरकार का जवाब
गुजरात विधानसभा में जानकारी देते हुए, राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में, 327 डॉक्टर नियमों का उल्लंघन करते हुए विदेश जा चुके हैं.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने इन डॉक्टरों से सरकारी बांड के रूप में 6.28 करोड़ रुपये एकत्र किए हैं. Gujarati Doctor Abroad Shift
अब किसी भी डॉक्टर से बांड की राशि वसूलना बाकी नहीं है.
327 डॉक्टर सरकारी खर्च पर शिक्षा हासिल करने के बाद विदेश चले गए Gujarati Doctor Abroad Shift
मेडिकल शिक्षा दिन प्रतिदिन महंगी होती जा रही है. निजी मेडिकल कॉलेजों का फीस-डोनेशन माता-पिता देने में नाकाम रहते हैं. Gujarati Doctor Abroad Shift
अच्छे प्रतिशत वाले उज्ज्वल छात्रों को सरकारी शुल्क पर सरकारी मेडिकल कॉलेज में अध्ययन करने का अवसर मिलता है. जहां डॉक्टर्स को मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने के बाद गांवों में सेवा देनी पड़ती है.
लेकिन अब डॉक्टरों की मानसिकता भी बदल गई है. सरकारी खर्च पर पढ़ाई करना और विदेशों में पैसा कमाना डॉक्टरों की नई पीढ़ी की मानसिकता बन गई है. Gujarati Doctor Abroad Shift
ऐसे समय में जब गुजरात के गांवों में प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की भारी कमी है.
ऐसे में राज्य सरकार सरकारी फीस से पढ़ाई करने वाले छात्रों के प्रति ढुलमुल रवैया दिखा रही है.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग की लचर नीति के कारण, डॉक्टर नियमों का उल्लंघन करते हुए विदेश में अभ्यास करने जा रहे हैं.
जिसकी वजह से गुजरात स्वास्थ्य महकमा को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. Gujarati Doctor Abroad Shift
गुजराती में ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/gujarat-newly-appointed-rajya-sabha-mp-oath/