Yes Bank Loan Fraud: सूरत में एक बड़ी ठगी का मामला सामने आया है. सूरत क्राइम ब्रांच ने यस बैंक के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने जाली आवेदकों के नाम पर 8.64 करोड़ के लोन को मंजूरी दी थी.Yes Bank Loan Fraud
आरोपियों ने वाहनों के फर्जी दस्तावेज दिखाकर 8.64 करोड़ रुपये के घोटाले को अंजाम दिया. पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और बैंक कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है. Yes Bank Loan Fraud
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सूरत क्राइम ब्रांच ने कहा कि दोनों ने अशोक लेलैंड और टाटा मोटर्स के वाहनों के लिए 53 लोन पास किए. दिलचस्प बात यह है कि दोनों कंपनियों ने अभी तक ऐसे वाहन के मॉडल नहीं बनाए हैं जिस मॉडल का जिक्र उन्होंने लोन को स्वीकृति पाने के लिए की थी.Yes Bank Loan Fraud
पुलिस ने कहा कि लोन धोखाधड़ी के पीछे गिरोह का हाथ है जिसके सदस्यों ने शुरू में मासिक ईएमआई का भुगतान किया था, लेकिन उसके बाद लोन के 5.25 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया. जब बैंक मैनेजर को गड़बड़ी की आशंका हुई तो उन्होंने जांच बिठाई. इसके बाद इस घोटाले का भंडाफोड़ हुआ. यस बैंक के कंटेंमेंट मैनेजर सुमित भोसले ने 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. Yes Bank Loan Fraud
2016 से 2018 के बीच 53 लोन
साल 2016 अगस्त से अक्टूबर 2018 तक आरोपियों ने झूठे दस्तावेजों के आधार पर यस बैंक से कुल 8.64 करोड़ रुपये का लोन लिया था. इस दौरान 53 लोन को स्वीकृति दी गई थी. सभी आरोपियों ने 2018 तक ईएमआई भरा था. इस मामले में क्राइम ब्रांच ने इरशाद पठान, इमरान पठान, कपिल कोठिया, शैलेश जाधवानी और मुकेश सोजित्रा को नामजद किया है.Yes Bank Loan Fraud
पुलिस को यस बैंक के कर्मचारियों की संलिप्तता पर भी संदेह है. यह भी पता चला है कि सेल्स मैनेजर केयूर डॉक्टर और धवल लिम्बाड ने भी बैंक को धोखा देने में भूमिका निभाई थी. इस मामले में अभी और भी नए खुलासे होने की संभावना है.
कुल 8,64,71,948 रकम के लोन की धोखाधड़ी की खबर सामने आई है. मामला डीसीबी पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है. पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने लोन पर लिए 5,25,26,830 रुपये नहीं चुकाए हैं और बैंक को चूना लगाया है.