सूरत: गुजरात में एक बार फिर कोरोना का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ने लगा है. गुजरात की आर्थिक राजधानी सूरत में कोरोना की स्थिति हर दिन पहले से ज्यादा खराब होती जा रही है.
कोरोना के बढ़ते आतंक के बीच गुजरात में फिर से लॉकडाउन की अफवाह उठ रही थी. Surat lockdown scare migrant labor migration
लेकिन बीते दिनों मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने साफ कर दिया कि अब गुजरात में लॉकडाउन लागू नहीं होगा. बावजूद इसके सूरत में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों का भारी पैमाने पर पलायन जारी है.
सूरत में बढ़ा कोरोना का कहर Surat lockdown scare migrant labor migration
मिल रही जानकारी के अनुसार सूरत में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से प्रवासी श्रमिकों में डर का माहौल पैदा हो गया है. Surat lockdown scare migrant labor migration
उत्तर प्रदेश-बिहार के अलाव अन्य राज्यों से सूरत में काम करने के लिए आने वाले श्रमिक सरकार आश्वासन के बावजूद पलायन कर रहे हैं.
हर दिन सूरत से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर अपने गृहनगर लौट रहे हैं.
लॉकडाउन के डर से प्रवासी मजदूरों का पलायन Surat lockdown scare migrant labor migration
सूरत में प्रवासी मजदूरों के इलाकों में जगह-जगह टिकट बुकिंग का कार्यालय खुल गया है. फेरीवाले, झोपड़ियों में रहने वाले लोग रातों रात टिकट बुकिंग एजेंट बन गए हैं.
भयभीत प्रवासी श्रमिक अपना घर छोड़कर बस से अपने गृहनगर की ओर रवाना हो रहे हैं. Surat lockdown scare migrant labor migration
इन लोगों को अगर बस में जगह नहीं मिल रही है तो बस की छत पर बैठकर यात्रा कर रहे हैं.
सूरत में कोरोना के दैनिक मामलों में दर्ज की जा रही वृद्धि के बाद ऐसी अफवाह उड़ रही थी कि सूरत में एक बार फिर से लॉकडाउन लग सकता है.
इस अफवाह की वजह से प्रवासी मजदूरों में खौफ का माहौल पैदा हो गया है. जिसके बाद मजदूर सूरत से पलायन कर रहे हैं.
मिल रही जानकारी के अनुसार सूरत से उत्तर प्रदेश और बिहार जाने के लिए प्रतिदिन औसतन 15 से अधिक बसें चलती हैं. Surat lockdown scare migrant labor migration
सोमवार को 1,500 से अधिक मजदूरों को लेकर 14 बसें सूरत से उत्तर प्रदेश-बिहार के लिए रवाना हुईं है. निजी बस संचालक श्रमिकों से 800 रुपये के बदले 1,500 रुपया किराया वसूल रहे हैं.
गुजराती में ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/ahmedabad-15-sex-worker-arrested/