Ravi Shankar Prasad: महाराष्ट्र की उद्धव सरकार मुश्किलों में घिरी हुई है. मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की चिट्ठी के बाद से लगातार सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे हैं. इसी बीच केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे भ्रष्टाचार और 100 करोड़ रुपये के वसूली के आरोपों पर उद्धव ठाकरे सरकार को घेरा है. Ravi Shankar Prasad
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी नहीं, बल्कि महावसूली सरकार चल रही है. प्रसाद ने महाविकास अघाड़ी सरकार से सवाल किया कि ये कथिततौर पर वसूली सरकार के लिए थी या गठबंधन पार्टी (शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस) के लिए. Ravi Shankar Prasad
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‘एक मंत्री का 100 करोड़ तो बाकी का कितना’
रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि महाराष्ट्र में जो हो रहा वो ‘विकास’ नहीं ‘वसूली’ है. उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में ये पहली बार हुआ कि किसी पुलिस कमिश्नर ने लिखा कि राज्य के गृह मंत्री जी ने मुंबई से 100 करोड़ रुपये महीना वसूली का टार्गेट तय किया है. जब एक मंत्री का टारगेट 100 करोड़ रुपये है तो बाकी के मंत्रियों का कितना होगा? Ravi Shankar Prasad
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र जैसे राज्य में बड़े अधिकारियों की पोस्टिंग में वसूली हो रही है, तो हमें लगा मुख्यमंत्री कार्रवाई करेंगे लेकिन दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के बजाय, एक ईमानदारी महिला अधिकारी को सिविल डिफेंस का डीजीपी बना दिया. Ravi Shankar Prasad
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सचिन वाजे सस्पेंडेड था, करीब 15-16 वर्षों तक, वो शिवसेना का सदस्य बनता है. उसे कोरोना काल में रीइंस्टेट करते हैं. उसके बाद उन्हें ही 100 करोड़ वसूली का टार्गेट दिया जाता है. एक उद्योगपति के घर के सामने जो गाड़ी मिली है, उसकी एनआईए जांच कर रही है, उस गाड़ी का तथाकथित मालिक मृत पाया जाता है, तो उसकी जांच को क्यों रोका जा रहा है? Ravi Shankar Prasad