Fishermen of Gujarat: भारत और पाकिस्तान की समुंद्री सीमाएं भी मिली हुई हैं. ऐसे में आए दिन दोनों देशों के कई मछुआरे गलती से नियंत्रण रेखा पार कर जाते हैं. गुजरात से पाकिस्तान की समुद्री सीमा लगती है. यही वजह है कि गुजरात के कई मछुआरे गलती से पाकिस्तानी सीमा में दाखिल हो जाते हैं जिसके बाद पाकिस्तानी कोस्ट गार्ड उन्हें अपनी गिरफ्त में ले लेते हैं. फिलहाल गुजरात के 345 मछुआरे पाकिस्तान के विभिन्न जेलों में कैद हैं. Fishermen of Gujarat
गुजरात सरकार ने गुरुवार को विधानसभा में बताया कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की जेलों में राज्य के 345 मछुआरे बंद हैं. राज्य सरकार के आंकड़े के मुताबिक 248 मछुआरों को पिछले दो वर्षों में पकड़ा गया है. Fishermen of Gujarat
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गुजरात के मत्स्य मंत्री जवाहर चावड़ा ने कांग्रेस विधायक शैलेश परमार के प्रश्न के उत्तर में इसकी लिखित जानकारी गुरुवार को विधानसभा में दी. उन्होंने बताया कि 31 दिसंबर 2020 तक पाकिस्तान की जेलों में गुजरात के 345 मछुआरे बंद हैं, जिनमें से 248 मछुआरों को पिछले दो वर्षों में पकड़ा गया है. वर्ष 2019 में 85 और वर्ष 2020 में 163 मछुआरों को पकड़ा गया था. यानी पिछले साल में मछुआरों के पकड़े जाने का मामला बढ़ा. Fishermen of Gujarat
जवाहर चावड़ा ने बताया कि सरकार इन मछुआरों को रिहा कराने के प्रयास कर रही है और उसने गृह मंत्रालय के पास जरूरी प्रमाण जमा करा दिए हैं. एक संबंधित प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने कहा कि सरकार ने पोरबंदर में मछुआरों को अपनी नौकाओं में जीपीएस लगवाने के लिए 37.70 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी है. Fishermen of Gujarat