सूरत: जिले में कोरोना के 2000 से अधिक मामले रोजाना जुड़ रहे हैं. लगातार बढ़ रहे मामलों के बाद अस्पताल हाउसफुल हो गए हैं. Surat two women died
जिसकी वजह से अस्पतालों पर इतना दबाव बढ़ गया है कि अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है.
ऐसा ही एक मामला सामने आया है सूरत से जहां सीजेरियन से दो महिलाओं की डिलीवरी करवाई गई. लेकिन ऑपरेशन के बाद इन महिलाओं को वेटिंलेटर नहीं मिलने से उनकी मौत हो गई.
सूरत के अस्पतालों में बढ़ा दबाव Surat two women died
ज्यादातर महिलाओं को प्रसव के बाद वेंटिलेटर के सपोर्ट की जरूरत होती है. कई महिलाओं में डिलीवरी के बाद हीमोग्लोबिन की कमी सहित अन्य समस्याएं पैदा हो जाती है.
जिसकी वजह से उनकी तबीयत खराब हो जाती है. वेंटिलेटर पर रखने से अधिकांश महिलाओं की जिंदगी बच जाती है.
वेंटिलेटर नहीं मिलने से दो महिलाओं की मौत Surat two women died
अभी एक हफ्ते पहले वराछा इलाके में रहने वाली महिला ने एक निजी अस्पताल में सीजेरियन से बच्चे को जन्म दिया था. Surat two women died
हालांकि बाद में महिला की तबीयत बिगड़ गई और उसे तत्काल वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी. महिला का परिवार वेंटिलेटर के लिए कई अस्पतालों में भटकता रहा, लेकिन कोई व्यवस्था नहीं हुई.
आखिरकार महिला को स्मीमेर अस्पताल ले जाने का फैसला किया गया, लेकिन रास्ते में महिला ने अंतिम सांस ली.
शहर के पांडेसरा इलाके से एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जहां एक 40 साल की महिला ने 4 दिन पहले एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन के जरिए बच्चे को जन्म दिया था.
हालांकि थोड़ी देर बाद उसकी तबीयत अचानक खराब हो गई. महिला को सांस लेने में कठिनाई होने लगी. जिसके कारण उसे वेंटिलेटर पर रखने की जरूरत पड़ी.
लेकिन वेंटिलेटर की व्यवस्था नहीं होने पर आखिरकार महिला की मौत हो गई. Surat two women died
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