सूरत: गुजरात में कोरोना वायरस की दूसरी लहर खतरनाक बनती जा रही है. कोरोना के बढ़ते आंतक पर काबू पाने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. बावजूद इसके दैनिक मामलों में कमी दर्ज नहीं की जा रही. गुजरात में अब धीरे-धीरे लॉकडाउन की स्थिति पैदा हो रही है. लेकिन सरकार पूर्ण लॉकडाउन नहीं बल्कि आंशिक लॉकडाउन लगाकर हालात पर काबू पाने की कोशिश कर रही है. लेकिन श्रमिक समुदाय में सख्त लॉकाउन का डर है जिसकी वजह से लोग घर वापसी कर रहे हैं. Surat diamond artisan fear lockdown
तालाबंदी से पहले हीरा कारोबार पर लगा ताला Surat diamond artisan fear lockdown
गुजरात के सूरत को डायमंड सिटी के नाम से जाना जाता है. लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच लॉकडाउन लगने की आशंका को देखते हुए हीरा कारीगर अपने गांव चले गए हैं. जिससे सूरत में हीरा कारोबारियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इस सिलसिले में एक हीरा कारोबारी ने बताया कि 50-60 फीसदी कारीगर गांव चले गए हैं. लॉकडाउन लगने के डर से कारीगर सूरत आने से डर रहे हैं. जिसकी वजह से तालाबंदी से पहले हीरा कारोबार पर ताला लग गया है. Surat diamond artisan fear lockdown
श्रमिक समुदाय का घर वापसी का सिलसिला जारी
गौरतलब है कि इससे पहले अहमदाबाद-सूरत-मोरबी राजकोट सहित गुजरात के अन्य शहरों में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों में लॉकडाउन का डर बैठने से प्रवासी श्रमिक गुजरात छोड़कर घर जा रहे हैं. इसमें भी सूरत-वापी में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों में सबसे ज्यादा डर का माहौल दिखाई दे रहा है. वापी के हजारों लोगों को अपने परिवार के साथ लक्जरी बसों से घर जा रहे हैं.
रूपानी सरकार का कोई भरोसा नहीं! Surat diamond artisan fear lockdown
रोजगार के लिए उत्तर प्रदेश-बिहार जैसे राज्यों से गुजरात आने वाले प्रवासी मजदूरों को अब राज्य सरकार पर भरोसा नहीं है. जिस तरह से कोरोना की वजह से एक साल पहले अचानक राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगा दिया गया था. उसी डर से अब श्रमिक समुदाय इंतजार नहीं करना चाहता. लॉकडाउन के ऐलान से पहले वह अपने घर वापसी कर रहे हैं. Surat diamond artisan fear lockdown
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