वडोदरा: गुजरात में कोरोना के मामले अब कम हो रहे हैं, लेकिन ब्लैक और व्हाइट फंगस का कहर दिन गुजरते दिन के साथ बढ़ता जा रहा है. पूरे भारत में सबसे ज्यादा ब्लैक फंगस के मामले गुजरात में दर्ज हुए हैं. ब्लैक और व्हाइट फंगस की चपेट में आने वाले कई मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस बीच अब गुजरात में येलो फंगस भी दस्तक दे चुका है. इन दिनों वडोदरा के एसएसजी अस्पताल में 8 मरीजों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. Gujarat Yellow Fungus Infected Patients
कोरोना से उबर चुके लोगों को बना रहा अपना शिकार Gujarat Yellow Fungus Infected Patients
जानकारों की माने तो ब्लैक फंगस की तरह येलो फंगस ऐसे लोगों को अपना शिकार बना रहा जो कोरोना से ठीक हो चुके हैं. लेकिन इलाज के दौरान उन्हें स्टेरॉयड दिया गया था.
ब्लैक फंगस संक्रमित 230 मरीज भर्ती Gujarat Yellow Fungus Infected Patients
वडोदरा के एसएसजी अस्पताल में अब तक ब्लैक फंगस के 230 मरीजों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. जिसमें एक दिन में 15 मरीजों की बायोप्सी की गई. जबकि एसएसजी अस्पताल में 29 मरीजों की सर्जरी हुई. जिसमें 2 मरीजों की आंखें निकालनी पड़ी.
ब्लैक और व्हाइट से ज्यादा खतरनाक यलो फंगस Gujarat Yellow Fungus Infected Patients
डॉक्टरों के मुताबिक, यलो फंगल, ब्लैक और वाइट फंगस से कहीं ज्यादा खतरनाक है. डॉक्टर ने बताया कि यह पहली बार है जब यह किसी इंसान में मिला है. जानकारों के मुताबिक ब्लैक फंगस ब्रेन पर सीधा अटैक करता है. वहीं व्हाइट फंगस लोगों के फेफड़े पर असर डालता है. लेकिन येलो फंगस इन दोनों से खतरनाक है. इसकी वजह से घाव नहीं भरता इसीलिए इन सभी से ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है. Gujarat Yellow Fungus Infected Patients
गुजराती में ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/gujrat-white-fungus/