जूनागढ़: हाल ही में आए तूफान ‘तौकते’ से सौराष्ट्र के तटीय इलाकों में जान-माल की भारी क्षति हुई है. रसीले और विश्व प्रसिद्ध केसर आम की फसल पर भी इसका व्यापक असर भी देखने को मिला है. सौराष्ट्र के गिर-सोमनाथ, जूनागढ़ और अमरेली जिलों में जहां आम की फसल को व्यापक नुकसान की आशंका जताई गई है, वहीं से एक अच्छी खबर भी सामने आ रही है. गिर के केसर आम की विदेशों में खासी मांग है. kesar mango demand italy
देश के साथ विदेशों में बढ़ी केसर आम की मांग kesar mango demand italy
मुंद्रा बंदरगाह से 14 टन केसर आम के 15,000 पेटी से भरा जहाज इटली के लिए रवाना हो गया है. जो 25 दिन में इटली पहुंच जाएगी. इससे 10 दिन पहले केसर आम का एक कंटेनर जहाज इटली भेजा गया था. इटली में करीब 500 टन केसर आम की खपत होती है. kesar mango demand italy
समुद्र के रास्ते इटली जाएगा केसर आम kesar mango demand italy
तलाला मार्केटिंग यार्ड के सचिव के अनुसार तलाला मार्केटिंग यार्ड द्वारा संचालित वीरपुर गीर में 2010 में 4.60 करोड़ रुपये की लागत से नव निर्मिण पैक हाउस बनाए गए थे. यहां प्रोसेस होने वाले केसर आमों को विदेशी बाजारों में भेजने की मंजूरी मिल गई है. केसर आम को पैक हाउस में प्री कुलींग, वोशिंग के अलावा जरूरी केमिकल प्रोसेसिंग के बाद वीरपुर गीर से यूके और अरब देशों में भेजा जाता है. हालांकि इस बार पहली बार केसर आम समुद्र के रास्ते इटली जा रहा है. kesar mango demand italy
केसर आम निर्यात से पहले कई प्रक्रियाओं से गुजरते हैं. केसर आम को पेड़ से तोड़कर ठंडा किया जाता है. आम के ठंडा होने के बाद इसे तलाला मैंगो मार्केट में लाया जाता है. यहां आम को तौलकर पानी से धोया जाता है और आम को सैनिटाइज किया जाता है. जिसके बाद केसर आमों को स्वचालित मशीन की सहायता से आकार और वजन के अनुसार छाँट लिया जाता है. kesar mango demand italy
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