अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान करने वाले पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की परेशानियां बढ़ती जा रही है. कल लखनऊ पुलिस ने जबरन ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया था. अमिताभ ठाकुर और बसपा सांसद अतुल राय के खिलाफ हजरतगंज थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है.
इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर योगी सरकार पर हमला बोला है. इतना ही नहीं अखिलेश अपने अकाउंट पर एक वीडियो भी साझा किया है जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि उत्तर प्रदेश पुलिस किस तरीके से एक पूर्व आईपीएस के साथ आरोपियों जैसा व्यवहार कर रही है. इतना ही नहीं वह एफआईआर की कॉपी दिखाने की मांग कर रहे हैं.
भूतपूर्व पुलिस के विरुद्ध भाजपा सरकार की पुलिस का अभूतपूर्व कार्य!
भाजपाई राजनीति लोगों के बीच दरार पैदा करके ही जिंदा है. अब भाजपा सरकार के दबाव के कारण पुलिस ही पुलिस के ख़िलाफ़ काम करने पर मजबूर है. एक सेनानिवृत आईपीएस के साथ ऐसा व्यवहार अक्षम्य है. #नहीं_चाहिए_भाजपा pic.twitter.com/o7OG4XRAMy
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 27, 2021
अखिलेश ने वीडियो के साथ लिखा” भूतपूर्व पुलिस के विरुद्ध भाजपा सरकार की पुलिस का अभूतपूर्व कार्य! भाजपाई राजनीति लोगों के बीच दरार पैदा करके ही जिंदा है. अब भाजपा सरकार के दबाव के कारण पुलिस ही पुलिस के ख़िलाफ़ काम करने पर मजबूर है. एक सेनानिवृत आईपीएस के साथ ऐसा व्यवहार अक्षम्य है. नहीं_चाहिए_भाजपा.”
गौरतलब है कि 1992 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की सात साल से ज्यादा की नौकरी बाकी थी. तभी मंत्रालय के निर्णय के अनुपालन में 23 मार्च को सेवानिवृत्ति कर दिया गया था. केंद्रीय गृह मंत्रालय के उस आदेश में कहा गया था कि ठाकुर को उनकी सेवा के शेष कार्यकाल के लिए बनाए रखने के लिए उपयुक्त नहीं पाया गया है.
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