विशाल मिस्त्री, राजपिपणा: कोरोना के दैनिक मामलों में कमी दर्ज होने के बाद राज्य सरकार ने स्कूलों को शुरू करने की अनुमति दी है. नर्मदा जिले के नांदोद तालुका के कुछ इलाकों में स्कूल जाने वाले छात्रों के लिए चालक बस को रोकते ही नहीं है. जिसकी वजह से छात्रों को आंदोलन का सहारा लेना पड़ा है. नांदोद तालुका के 7 गांव के छात्रों ने इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
नर्मदा जिले के भीतरी इलाकों में स्कूल जाने वाले छात्रों के लिए बस सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कई बार मांग की गई है. लेकिन सरकार और जिला प्रशासन इस मांग को नजरअंदाज कर रहे हैं. नर्मदा जिले के कुछ इलाकों में मौजूदा स्थिति ऐसी है कि वाहन व्यवस्था की कमी से बच्चे स्कूल नहीं जा सकते हैं. लेकिन जिन इलाकों से बस मिलती है वहां पर ड्राइवर बस नहीं रोकते जिससे स्कूल जाने वाले छात्रों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
नांदोद तालुका के तरोपा गांव के बस स्टैंड पर आसपास के 7 गांवों के छात्र स्कूल जाने के लिए खड़े रहते हैं. बस आई तो छात्र बीच सड़क पर बैठ गए और बस रोको आंदोलन शुरू कर दिया. आंदोलन करने वाले छात्रों ने कहा कि स्कूल जाने के लिए बस नहीं मिलती और अंकलेश्वर और सूरत से आने वाली बसों को तरोपा में रोका ही नहीं जाता. जिसकी वजह से हमारा अध्ययन प्रभावित होता है हमने इस संबंध में डिपो मैनेजर से शिकायक की थी.
छात्रों के आंदोलन का नतीजा यह निकला कि जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और छात्रों को समझाकर मामले को शांत किया. राजपीपला बस डिपो प्रबंधक ने भी छात्रों को आश्वासन दिया है कि अब नियमित बसें आएंगी.
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