लखनऊ: लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के बाद यूपी सियासी अखाड़ा बन गया है. अब जानकारी सामने आ रही है कि हिंसा मामले को लेकर किसान और अधिकारियों के बीच समझौता हो गया है. योगी सरकार ने मृतकों के परिवार को 45-45 लाख रुपए का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है. इतना ही नहीं इस पूरे मामले की न्यायिक जांच भी करवाने वादा किया गया है.
विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ समझौता होने के बाद उत्तर प्रदेश एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि इस मामले में कोई भी दोषी व्यक्ति बख्शा नहीं जाएगा, बहुत जल्द गिरफ़्तारी की जाएगी. तहरीर पर समुचित धाराओं में एफआईआर दर्ज़ की गई है.
लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे किसानों, सरकार के बीच वार्ता सफल, लखीमपुर खीरी में किसानों और सरकार के बीच समझौता हो गया है. जिसमें सरकार सभी मृतक किसानों को 45 लाख रुपया राज्य सरकार देगी. वहीं, घायलों को 10 लाख रुपये दिए जाएंगे.
लखीमपुर खीरी की घटना पर समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने कहा कि देश की विपक्षी पार्टियों के नेता वहां जाकर मरे किसानों के परिवारों से मिलकर उनको सांत्वना देना और वास्तविक स्थिति जनता को बताना चाहती हैं. वहां जो भी घटा वह राज्य सरकार लोगों तक पहुंचने नहीं देना चाहती.
उत्तर प्रदेश एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि सीआरपीसी की धारा 144 लागू होने के कारण राजनीतिक दलों के नेताओं को ज़िले का दौरा नहीं करने दिया गया है. हालांकि, किसान संघों के सदस्यों को यहां आने की अनुमति है.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/nattu-kaka-funeral-in-mumbai/