पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों का सीधा असर आम आदमियों की जेब पर पड़ता है. इसलिए सभी की निगाहें रोजाना इसके मूल्य पर टिकी रहती हैं. सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल की कीमत में 30 पैसे प्रति लीटर और डीजल के भाव में 35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है. ताजा वृद्धि के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं.
आज होने वाली भाव वृद्धि के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 30 पैसे बढ़कर 103.24 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल 35 पैसे बढ़कर 91.77 रुपये प्रति लीटर है. वहीं आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 29 पैसे बढ़कर 109.25 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल 38 पैसे बढ़कर 99.55 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है.
वित्त वर्ष 2019-20 में राज्य और केंद्र सरकारों को पेट्रोलियम उत्पादों से 5.55 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ. पेट्रोल और डीजल से सबसे ज्यादा राजस्व सरकारों को मिलता है. केंद्र सरकार पेट्रोल पर 32 फीसदी टैक्स लगा रही है जबकि राज्य सरकार करीब 23.07 फीसदी टैक्स लगा रही है. दूसरी तरफ केंद्र डीजल पर 35 फीसदी टैक्स लगा रहा है और राज्य सरकार 14 फीसदी से ज्यादा टैक्स लगा रही है. जिसकी वजह से पेट्रोल और डीजल की कीमत अपनी मूल कीमत से दोगुनी हो जाती है.
देश में हर दिन सुबह 6 बजे तेल की कीमतों में संशोधन किया जाता है. क्योंकि कच्चे तेल की कीमत और विनिमय दर के आधार पर देश में हर दिन पेट्रोल-डीजल की कीमत में बदलाव होता है. नई कीमत देश के हर पेट्रोल पंप पर रोजाना सुबह छह बजे से लागू की जाती है. प्रत्येक राज्य में स्थानीय वैट अलग होते हैं इसलिए ईंधन की कीमतें भी अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग हैं.
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