अहमदाबाद: कोरोना की संभावित तीसरी लहर की आशंका के बीच अहमदाबाद में एक नया खतरा मंडरा रहा है. शहर में गुलियन बेरी सिंड्रोम के रोगियों की संख्या में चिंताजनक वृद्धि देखी जा रही है.
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में गुलियन बेरी सिंड्रोम (जीबीएस) नामक बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. सिविल अस्पतालों में पिछले 45 दिनों में गुलियन बेरी सिंड्रोम के 35 मामले सामने आए हैं. जिनमें से 2 मरीजों की मौत हो चुकी है.
गुलियन बेरी सिंड्रोम एक ऐसी बीमारी है जो हर एक हजार लोगों में से 4 को प्रभावित करती है. यह रोग आमतौर पर डेंगू, मलेरिया और चिकनपॉक्स जैसे वायरल संक्रमणों के कारण होता है.
डॉक्टरों का कहना है कि वैसे तो एक लाख में एक मरीज में ही यह बीमारी देखने को मिलती है. लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण गुलियन बेरी सिंड्रोम मरीजों की तादाद बढ़ी है. जिन मरीजों के अंगों में तेजी से कमजोरी आने लगती है, उनमें से 10-20 फीसदी को सांस में तकलीफ होने के साथ-साथ वेंटिलेटर की जरूरत भी पड़ सकती है. रोग की शुरुआत में रोगी को शरीर में कमजोरी महसूस होती है और अंगों में झुनझुनी का अनुभव होता है. दिल की धड़कन भी अनियमित हो जाती है. अगर समय रहते इस बीमारी का इलाज नहीं किया गया तो लकवा भी हो सकता है.
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