वडोदरा: गुजरात की ‘संस्कारी नगरी’ वडोदरा को कलंकित करने वाली गैंगरेप की घटना की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. पुलिस अभी इस बात की जांच कर रही है कि पीड़िता ने आत्महत्या की या उसकी हत्या की गई. इतना ही नहीं पुलिस इतने दिनों के बाद भी अपराधियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है. इस बीच जानकारी सामने आ रही है कि अब इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है.
मिल रही जानकारी के अनुसार वडोदरा सामूहिक दुष्कर्म और हत्या या फिर आत्महत्या के मामले में पुलिस अभी तक कोई नतीजे पर नहीं पहुंची है. जांच के दौरान पीड़िता की मिली डायरी के कारण रहस्य और गहराता जा रहा है. घटना के 20 दिन बाद पुलिस के हाथों कामयाबी नहीं लगी है. जिसकी वजह से अब इस मामले को एसआईटी को सौंप दिया गया है.
मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी में कुल 6 पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया है. एसआईटी की अध्यक्षता वडोदरा रेलवे पुलिस के एसपी परीक्षिता राठौर करेंगी. इसके अलावा एसआईटी में डीसीपी क्राइम जयदीप सिंह जाडेजा, रेलवे डीवायएसपी बीएस जाधव, सूरत रेलवे पीआई केएम चौधरी और वलसाड रेलवे पीएसआई जेबी व्यास को शामिल किया गया है.
मिल रही जानकारी के अनुसार बीते दिनों पीड़िता का एक व्हाट्सएप मैसेज का स्क्रीनशॉट वायरल हुआ था. जिसमें लड़की ने संजीवभाई नामक एक आदमी को रात करीब 11.30 बजे ‘गुजरात क्वीन’ ट्रेन के वॉशरूम से व्हाट्सएप पर एक मैसेज भेजा था. जिसमें उसने लिखा था कि “मुझे अपहरण कर लिया गया है और मुझे मार दिया जाएगा.” नया खुलासा सामने आने के बाद पुलिस उस दिशा में पड़ताल शुरू कर दी थी.
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