नई दिल्ली: उत्तराखंड पुलिस ने हरिद्वार में ‘धर्म संसद’ में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है. उत्तराखंड पुलिस ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है.
उत्तराखंड पुलिस ने ट्विटर पर लिखा, सोशल मीडिया पर धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ भाषण देकर नफरत फैलाने संबंधी वायरल हो रहे वीडियो का संज्ञान लेते हुए वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी एवं अन्य के विरुद्ध कोतवाली हरिद्वार में धारा 153A IPC के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत किया गया है और विधिक कार्यवाही प्रचलित है.
सोशल मीडिया पर धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ भाषण देकर नफरत फैलाने संबंधी वायरल हो रहे वीडियो का संज्ञान लेते हुए वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी एवं अन्य के विरुद्ध कोतवाली हरिद्वार में धारा 153A IPC के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत किया गया है और विधिक कार्यवाही प्रचलित है। @ANI pic.twitter.com/0NLBwPqQhV
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) December 23, 2021
दरअसल नए-नए हिंदू बने जितेंद्र नारायण त्यागी और अन्य पर हरिद्वार में ‘धर्म संसद’ कार्यक्रम के दौरान डरावने और हिंसक भाषण देने का आरोप है. भड़काऊ भाषण वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो को देखकर जनता में आक्रोश दिखाई दे रहा है.
इससे पहले एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर कहा था कि अपनी पार्टी के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष से उन सभी वक्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज कराने को कहा है जिन्होंने ‘धर्म संसद’ में भड़काऊ भाषण दिया था.
गौरतलब है कि बीते दिनों उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में स्थित डासना देवी मंदिर में हिंदू धर्म अपनाने के बाद वसीम रिजवी ने सबसे पहले वैदिक मंत्रों के साथ माँ काली की पूजा किया. उसके बाद उनका शुद्धिकरण किया गया. रिजवी को ब्राह्मण समाज में जितेंद्र नारायण त्यागी नाम दिया था. इस मौके पर उन्होंने कहा कि धर्म परिवर्तन की यहां कोई बात ही नहीं है. जब मुझे इस्लाम धर्म से निकाल दिया गया, तब यह मेरी मर्जी है कि मैं किसी भी धर्म को स्वीकार करूं. सनातन धर्म दुनिया का सबसे पहला धर्म है और उसमें इतनी अच्छाइयां पाईं जाती हैं जो किसी अन्य धर्म में नहीं है.
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