गांधीनगर: गुजरात सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज अग्रवाल ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के साथ ही 3 जनवरी से 15 से 18 साल के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन लगाने का अभियान शुरू किया जाएगा. केंद्र की मोदी सरकार ने बच्चों को टीका लगाने की घोषणा की है. इस ऐलान से गुजरात में करीब 35 लाख बच्चों को टीका लगाकर बच्चों को कोरोना से सुरक्षित किया जाएगा.
गुजरात स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने रविवार को मीडिया को दिए बयान में कहा कि बच्चों का टीकाकरण घर-घर जाकर किया जाएगा. गुजरात सरकार के कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. वी.एन. शाह ने इस सिलसिले में जानकारी देते हुए कहा कि राज्य सरकार वैक्सीन के निजीकरण की अनुमति देगी, राज्य सरकार की आपूर्ति श्रृंखला बहुत मजबूत है.
कोविड टास्क फोर्स के एक अन्य सदस्य डॉ. दिलीप मावलंकर का कहना है कि बच्चों को कोरोना के खिलाफ टीकाकरण में कोई समस्या नहीं होगी, राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही एक रोड मैप तैयार कर लिया है, बच्चे खुद को टीका लगाने की अनुमति नहीं दे सकते हैं, माता-पिता को बच्चों को टीका लगाने के लिए अनुमति की आवश्यकता है.
इसलिए माता-पिता को अपने बच्चों का टीकाकरण करने के लिए आगे आना होगा. अहम बात यह है कि फ्रंट-लाइन कोरोना वॉरियर्स के लिए बूस्टर डोज की घोषणा की गई है, जिससे डॉक्टरों को भी सुरक्षा मिलेगी.
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