लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले चरण का मतदान होने वाला है. पहले चरण के लिए होने वाले मतदान को लेकर पार्टियों ने प्रत्याशियों का भी ऐलान कर दिया है. इतना ही नहीं राजनीतिक उठापठक के बीच चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है. भाजपा सत्ता में वापसी के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है. पार्टी के कई दिग्गज नेता यूपी में डेरा जमाए हुए हैं. चुनाव से काफी पहले ही पाकिस्तान और जिन्ना की एंट्री हो गई है. इस मामले को लेकर सपा और भाजपा आमने-सामने हैं.
वहीं इस मामले को लेकर बसपा मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने हमला बोला है. मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट कर लिखा “यूपी चुनाव में विरोधी पार्टियों का जनविरोधी चाल, चरित्र, चेहरा एवं दोमुहापन पुनः उजागर, वे रोजी-रोजगार, बेरोजगारी व महंगाई आदि की पहाड़ जैसी समस्याओं को दूर कर अच्छे दिन की बात नहीं बल्कि धार्मिक-जातीय भेदभाव व नफरती बातें करके वोट माँग रहे हैं, जो कतई भी अचित नहीं है.”
मायावती ने अपने ट्वीट में आगे लिखा “यूपी की जनता ने पहले सपा और फिर भाजपा की सत्ता के पिछले 10 साल जंगलराज, अराजकता, अहंकार, जातीय व धार्मिक द्वेषपूर्ण भेदभाव आदि के बहुत संकट भरे गुजारे हैं. इसीलिए अब इनके किसी भी लुभावने वादों एवं बहकावों आदि में नहीं आएं तो बेहतर.”
एक अन्य ट्वीट में मायावती ने सपा और भाजपा पर निशाना साधते हुए लिखा “यूपी विधानसभा चुनाव में जिस प्रकार से धर्म व जाति की राजनीति हावी है व मीडिया में भी ऐसी ख़बरें भरी पड़ी रहती हैं उससे ऐसा लगता है कि यह सब सपा व बीजेपी की अन्दरुनी मिलीभगत के तहत ही हो रहा है और वे चुनाव को हिन्दू-मुस्लिम व जातीय नफरती रंग देना चाहती हैं. जनता सतर्क रहे.”
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