नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक ने आज अपनी मौद्रिक नीति बैठक में ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है. बैंकों के लिए रेपो दर 4 प्रतिशत है, मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि 2022-23 के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 4.5% रहने का अनुमान है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि समिति ने रिवर्स रेपो दर को 3.35 प्रतिशत पर बरकरार रखा है. इसका मतलब है कि बैंक कर्ज की मासिक किस्त में कोई बदलाव नहीं होगा.
हालांकि रिजर्व बैंक के मुताबिक भारत की अर्थव्यवस्था में सुस्ती आएगी. जबकि केंद्र सरकार के आर्थिक सर्वेक्षण ने 31 जनवरी को अनुमान लगाया था कि 2022-23 में देश की जीडीपी 8 से 8.5 फीसदी के बीच रहेगी. हालांकि, आरबीआई ने आज अनुमान लगाया है कि देश की जीडीपी ग्रोथ 7.8 फीसदी रहेगी.
इससे पता चलता है कि देश की अर्थव्यवस्था अभी महंगाई, घटती खरीद और महामारी से उभरी नहीं है. रिजर्व बैंक ने कच्चे तेल की ऊंची कीमतों पर भी चिंता जताई है. दास ने आगे बताया कि 2022-23 के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ 7.8% रहने का अनुमान है.
भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति बैठक के बाद बताया कि रेपो रेट बिना किसी बदलाव के साथ 4% रहेगा. एमएसएफ रेट और बैंक रेट बिना किसी बदलाव के साथ 4.25% रहेगा. रिवर्स रेपो रेट भी बिना किसी बदलाव के साथ 3.35% रहेगा. भारतीय रिजर्व बैंक ने घोषणा की है कि ब्याज दरों में कोई भी बदलाव देश की अर्थव्यवस्था को बचाए रखने और मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखने में मदद करेगा.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/pm-modi-lakhimpur-violence-case/