नई दिल्ली: पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली शर्मनाक हार के बाद कांग्रेस बदलाव के दौर से गुजर रही है. बीते दिनों कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक शुरू हुई थी. करीब 5 घंटों तक चली बैठक में फैसला हुआ था कि कांग्रेस की अगुवाई सोनिया गांधी करती रहेंगी. पार्टी के इस फैसले से कांग्रेस नेताओं का एक धड़ा नाराज नजर आ रहा है. कांग्रेस नेताओं की आपसी बयानबाजी से भाजपा नेताओं को कांग्रेस पर हमला बोलने का मौका मिल गया है.
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी ने इस मामले को लेकर कहा कि कांग्रेस के लोग भारतीय जनता पार्टी से लड़ते-लड़ते आपस में लड़ने लगे हैं. कांग्रेस पार्टी नेगेटिविटी से भरी हुई है. कांग्रेस जब तक पप्पू के चोचले और परिवार के घोंसले से बाहर नहीं निकलेगी तब तक उसकी यही हालत रहेगी.
वहीं इस मामले को लेकर पूर्व कांग्रेसी नेता और मौजूदा भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि अब कांग्रेस की कोई ज़मीन नहीं है. अब G-23 का कोई महत्व नहीं है. बगावत करने से कोई बात नहीं बनने वाली है. कांग्रेस को लोगों ने नकार दिया है. खासतौर से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और सपा की ज़मीन खिसक चुकी है. अब BJP राष्ट्रीय पार्टी के रूप में उभर चुकी है.
इसके अलावा भाजपा नेता रीता बहुगुणा जोशी ने आगे कहा कि G-23 में जो लोग हैं उन्हें 2012-14 में बोलना चाहिए था. जब मैं बोलीं थीं. मैंने सोनिया गांधी से कहा था कि देश राहुल गांधी को स्वीकार नहीं कर रहा है, आप आगे रहिए, अब बहुत देर हो गई है. अब क्षेत्रीय पार्टियां सशक्त हो गई हैं.
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