लोकसभा चुनाव से काफी पहले मोदी सरकार को टक्कर देने के लिए विपक्ष एकजुट होने की कोशिश कर रही है. ममता बनर्जी पहले ही थर्ड फ्रंट बनने का वकालत कर चुकी हैं. जिसके बाद समय-समय पर सवाल उठने के लगा है कि आखिर बीजेपी के खिलाफ बनने वाले थर्ड फ्रंट का नेतृत्व कौन करेगा? इसके अलावा तीसरे मोर्चा में कौन-कौन सी पार्टियां शामिल होंगी.
मुंबई में कल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने बड़ा सियासी ऐलान करते हुए कहा कि कांग्रेस के बिना थर्ड फ्रंट की कल्पना ही नहीं की जा सकती है. पवार ने प्रेस कांन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस के बिना तीसरा मोर्चा संभव ही नहीं है इसलिए कांग्रेस को साथ लेना जरूरी है.
NCP प्रमुख शरद पवार ने इस मौके पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना चीफ राज ठाकरे को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राज्य सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए (मनसे द्वारा राज्य सरकार को 3 मई तक मस्जिदों में लाउडस्पीकर बंद करने की चेतावनी पर) महंगाई और बेरोज़गारी पर बोलने का समय है लेकिन इस पर कोई नहीं बोलता है.
गौरतलब है कि तेलंगाना के सीएम बीते दिनों महाराष्ट्र आकर उद्धाव ठाकरे से इस मामले को लेकर मुलाकात की थी. दोनों नेताओं के बीच हुई मुलाकात को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने भी कहा था कि हमने कभी नहीं कहा कि कांग्रेस के बगैर कोई फ्रंट बनेगा, जब ये बात ममता बनर्जी ने कही थी तब शिवसेना पहली राजनीतिक पार्टी थी और तब हमने कहा था कि कांग्रेस को भी साथ लेना चाहिए.
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