वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में पेपर लीक होने की घटना की जांच के बाद उमरा थाने में विश्वविद्यालय प्रशासन में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. दूसरी ओर विश्वविद्यालय द्वारा नियुक्त जांच समिति ने सीलबंद लिफाफे में 11 पन्नों की रिपोर्ट विश्वविद्यालय को सौंप दी है. 12 मई को होने वाली जांच समिति की प्रारंभिक, अंतरिम रिपोर्ट के अनुसार, वाडिया महिला कॉलेज के 12 प्रोफेसरों और कर्मचारियों को परीक्षा संचालन से निलंबित कर दिया गया है.
वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के कार्यवाहक रजिस्ट्रार जयदीप चौधरी ने पेपर लीक मामले की जांच की मांग को लेकर उमरा थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी है. परीक्षा शुरू होने से पहले सूचना मिली थी कि कुछ लोगों ने पेपर को लीक कर दिया है. फ्लाइंग स्क्वायड कमेटी, जिसे पहले व्यवस्था के तहत नियुक्त किया गया था, को सूचित करते हुए कमेटी ने शहर के वाडिया विमेंस कॉलेज के खिलाफ जांच शुरू की, जिसके बाद यह जानकारी सामने आई है.
प्राचार्य, परीक्षा अधीक्षक समेत 12 निलंबित
विवि द्वारा नियुक्त जांच कमेटी के सभी सदस्यों ने बुधवार शाम को कार्यवाहक रजिस्ट्रार जयदीप चौधरी से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर रिपोर्ट सौंपी. रिपोर्ट अगली सिंडिकेट बैठक में खोली जाएगी. जांच समिति की अंतरिम रिपोर्ट व कार्यालय नोट पर प्राप्त आदेश के अनुसार वाडिया महिला महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अशोक देसाई, परीक्षा अधीक्षक डॉ. भरत भंडारी, केसी सोलंकी, तेजल मेहता समेत 12 प्रोफेसरों को अगले आदेश तक विश्वविद्यालय के परीक्षा संचालन से निलंबित कर दिया गया है.
सीनेट सदस्य ने किया था खुलासा
सीनेट सदस्य ने आरोप लगाया था कि परीक्षा से एक दिन पहले ही बीकॉम सेमेस्टर-6 के अर्थशास्त्र का पेपर लीक हो गया था. पेपर लीक होने की जानकारी सामने आने के बाद यूनिवर्सिटी के चांसलर ने परीक्षा रद्द करने का ऐलान कर दिया था. विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य भावेश रबारी ने कहा था कि प्राइवेट क्लास से पेपर लीक हुआ है. हमने इस ओर विवि का ध्यान आकृष्ट कराया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई थी.
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