उत्तर भारत के कई राज्यों की तरह राजस्थान और गुजरात भी पेट्रोल और डीजल की किल्लत से जूझ रहा है. पिछले कुछ दिनों से दो तेल कंपनियां भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम मांग के मुताबिक पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति नहीं कर रही हैं. जिसकी वजह से राजस्थान के करीब ढाई हजार पेट्रोल पंप पेट्रोल-डीजल की किल्लत से जूझ रहे हैं.
राजस्थान का कोई छोटा जिला नहीं है जहां पेट्रोल-डीजल की समस्या न हो. पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीजल नहीं होने का बोर्ड लगा है. राजस्थान पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनीत बगई के मुताबिक समस्या का पहला बड़ा कारण रिलायंस और एस्सार पेट्रोल पंपों को लगभग दो सप्ताह तक बंद रखना था. राजस्थान के अलावा अहमदाबाद में भी कुछ इसी तरीके के हालात हैं ज्यादातर पेट्रोल पंप पर लंबी लाइन नजर आ रही है. कुछ जगहों पर 100 रुपए से ज्यादा का पेट्रोल नहीं दिया जा रहा है.
राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनीत बगाई ने इस सिलसिले में जानकारी देते हुए कहा कि पिछले 2 हफ्तों से पेट्रोल-डीज़ल की आपूर्ति में दिक़्कत आ रही है लेकिन यह स्थिति पिछले सोमवार से ज़्यादा गंभीर हुई है. पहले भारत पेट्रोलियम और शुक्रवार से हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पंपों में ईंधन की कमी हुई है. जयुपर ज़िले में लगभग 100 पेट्रोल पंपों पर या तो पेट्रोल या डीज़ल नहीं है. राजस्थान में 2,000 पेट्रोल पंप में डीज़ल की कमी है. कंपनी सीमित स्टॉक से आपूर्ति कर रही है. अगर 3,000 किलो लीटर की ज़रूरत है तो कंपनी 1,000 किलो लीटर की आपूर्ति कर रही है.
सुनीत बगाई ने मीडिया से बातचीत करते हुए आगे कहा कि ऐसा इसलिए क्योंकि रिलायंस और एस्सार ने आपूर्ति पूरी तरह से बंद कर दी है. दूसरा कारण अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमत 120 डॉलर प्रति बैरल हुई है. सरकारी कंपनियां इस घाटे को सह सकती हैं लेकिन प्राइवेट कंपनियां नहीं इसलिए उन्होंने आपूर्ति बंद कर दी है.
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