नई दिल्ली: राष्ट्रपति ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से मुख्तार अब्बास नकवी और आरसीपी सिंह के इस्तीफे को तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है. जिसके बाद स्मृति ईरानी को उनके मौजूदा पोर्टफोलियो के अलावा अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया को इस्पात मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.
राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री की सलाह पर निर्देश दिया है कि केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी को अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का प्रभार दिया जाए. कैबिनेट मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को उनके नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ इस्पात मंत्रालय का प्रभार दिया गया है.
राज्यसभा के सदस्य के तौर पर दोनों नेताओं का कार्यकाल 7 जुलाई यानी गुरुवार को खत्म हो रहा है. दोनों मंत्रियों ने अपने संवैधानिक दायित्व को पूरा करने के लिए इस्तीफा दे दिया क्योंकि वे शुक्रवार से सांसद नहीं होंगे. भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी राज्यसभा के उपनेता भी रह चुके हैं. वहीं आरसीपी सिंह जदयू कोटे से मोदी कैबिनेट में मंत्री थे. नकवी के इस्तीफे के बाद केंद्र में कोई मुस्लिम मंत्री नहीं होगा और बीजेपी के करीब 400 सांसदों में से कोई मुस्लिम सांसद नहीं होगा.
मुख्तार अब्बास नकवी 26 मई, 2014 को मोदी मंत्रालय में अल्पसंख्यक मामलों और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री बने. 2016 में नजमा हेपतुल्ला के इस्तीफे के बाद, उन्हें अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया था. नकवी ने 2019 में मोदी कैबिनेट में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री बने. वहीं आरसीपी सिंह जदयू कोटे से केंद्रीय इस्पात मंत्री बने थे.
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