जामनगर: अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से अब तक कम से कम 15 लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच जानकारी सामने आ रही है कि गुजरात के जामनगर के तीर्थयात्री भी इस यात्रा में फंस गए हैं. सैकड़ों गुजराती श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए शुक्रवार सुबह निकले थे. लेकिन बादल फटने की वजह से स्थानिक प्रशासन ने सभी तीर्थयात्रियों को संगम घाटी के पास रोक दिया है. जिससे तीर्थयात्री बीच में ही रात बिताने को मजबूर हो गए हैं.
मिल रही जानकारी के अनुसार अमरनाथ यात्रा के दौरान जामनगर के 20 तीर्थयात्री बादल फटने के बीच फंसे हुए है. लेकिन अब वे सुरक्षित हैं. जामनगर के अलावा द्वारका जिले के तीर्थयात्री भी शामिल हैं. इन लोगों को संगम घाटी के पास रोक दिया गया और हालास सामान्य नहीं होने तक वहीं रुकने का निर्देश दिया गया है.
सूरत जिले से अमरनाथ यात्रा पर निकले श्रद्धालु भी सुरक्षित होने की जानकारी मिल रही है. सूरत के अलग-अलग हिस्सों से 85 लोग यात्रा पर गए थे. शहर और जिले से कुल 4 बसें श्रीनगर पहुंचीं थी. लेकिन कल बादल फटने के बाद अमरनाथ गए लोगों के परिजन चिंतित थे.
आईटीबीपी के मुताबिक कल शाम एक दम आई बाढ़ के कारण पवित्र गुफा क्षेत्र के पास फंसे अधिकांश तीर्थयात्रियों को पंजतरणी में स्थानांतरित किया गया है. ITBP ने मार्ग खोलने और सुरक्षा दलों को निचली पवित्र गुफा से पंजतरणी तक विस्तारित किया है. करीब 15,000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. यात्रा फिलहाल के लिए रोक दी गई है. लोगों को हम सलाह दे रहे हैं कि वह ऊपर न जाए. हालात सामान्य होने पर यात्रा फिर से शुरू करने का निर्णय लिया जाएगा.
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