नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद इस साल विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. इस बीच कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे गए गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के पत्र में उन्होंने लिखा, “बड़े अफसोस और बेहद भावुक दिल के साथ मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अपना आधा सदी पुराना नाता तोड़ने का फैसला किया है.” इतना ही नहीं नबी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी जमकर निशाना साधा है.
अब कांग्रेस के नेताओं ने गुलाम नबी आजाद के फैसले पर पलटवार किया है. कांग्रेस ने उनके इस्तीफे की वजह और टाइमिंग को लेकर सवाल उठाया है. कांग्रेस नेता नव प्रभात के मुताबिक गुलाम नबी ने कांग्रेस छोड़ दी है, आज़ाद का अर्थ वो होता है जो अपने सिद्धांत पर अडिग रहे. आज मुझे लगता है उन्होंने विचार की वो आज़ादी छोड़ दी.
गुलाब नबी आजाद के इस्तीफे पर छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि वह कांग्रेस में रहकर कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे. कांग्रेस पार्टी ने उनको वह सारी ज़िम्मेदारियां दी जो दी जा सकती थीं लेकिन फिर भी वे खामियां निकालते रहे. उनके जाने से पार्टी को कुछ नुकसान नहीं होगा.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस आज मुसीबत में है, सबको भाजपा और RSS के खिलाफ लड़ना है. लड़ाई के समय युद्ध से भागना पार्टी के साथ धोखा है. पार्टी ने उन्हें सब कुछ दिया है. ऐसे समय में आपका फर्ज़ है उस कर्ज़ को चुकाना.
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