नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्ट्रेस आशा पारेख को इस साल दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से नवाजा जाएगा. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने यह जानकारी दी है. आशा पारेख एक अभिनेत्री होने के साथ-साथ निर्माता और निर्देशक भी रह चुकी हैं. इससे पहले उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है. आशा पारेख गुजराती मूल की एक लोकप्रिय फिल्म अभिनेत्री हैं, एक अभिनेत्री होने के साथ-साथ वह एक अच्छी डांसर भी हैं. गुजराती मूल के होने के कारण, अखंड सौभाग्यवती कुलवधु जैसी कई हिट गुजराती फिल्मों में भी अभिनय किया है.
आशा पारेख का जन्म 2 अक्टूबर 1942 को हुआ था. आशा पारेख ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 16 साल की उम्र में की थी. फिल्म कटी पतंग में उनके प्रदर्शन ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार दिलाया था. 40 साल के फिल्मी सफर में 80 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है. आशा पारेख द्वारा निर्मित 1990 के दशक का टीवी सीरियल ब्लैक पेपर्स हिट साबित हुआ था.
भावनगर के महुवा की रहने वाली आशा पारेख साल में एक बार अमरेली के लाठी तालुक में भुरखिया हनुमानजी महाराज के मंदिर में दर्शन के लिए आती हैं. उनके नाम का ऐलान करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि ये हमारे लिए गर्व का विषय है कि इस वर्ष दादा साहब फाल्के पुरस्कार अभिनेत्री आशा पारेख को मिल रहा है. उन्होंने 10 वर्ष की आयु में फिल्मों में काम करना शुरू किया था. उन्होंने 95 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है.
दादा साहब फाल्के कौन थे?
दादा साहब फाल्के को भारतीय सिनेमा का जनक कहा जाता है, उनका जन्म 30 अप्रैल 1870 को हुआ था. 1913 में उन्होंने अपनी पहली फीचर फिल्म राजा हरिश्चंद्र नाम से बनाई थी. फाल्के न केवल एक निर्देशक थे, बल्कि एक निर्माता और पटकथा लेखक भी थे, उन्होंने अपने 19 साल के सफर में 95 फिल्मों और 27 लघु फिल्मों का निर्माण किया था. भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के कारण 1969 से भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने उनके सम्मान में दादा साहब फाल्के पुरस्कार देना शुरू किया. दादा साहब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च पुरस्कार है.
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