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आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर रही गुजराती महिला, दूध बेचकर कमाती है करोड़ों

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पालनपुर: बनासकांठा जिले की एक महिला उस समय हम सभी के लिए प्रेरणा बन सकती है, जब अर्थव्यवस्था पर कोरोना महामारी का भयंकर असर दिखाई दे रहा है.

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को आत्मनिर्भर भारत बनाने का सपना देख रहे हैं. ऐसे में उनके ही राज्य की एक अशिक्षित महिला सिर्फ दूध बेचकर करोड़ों रुपया कमाती है.

दूध बेचकर गुजरात की महिला कमाती है करोड़ों aatm nirbhar bharat gujarat woman

वडगाम तालुका के नगाणा गांव की 62 वर्षीय महिला नवलबेन चौधरी दूध बेचकर साल में करोड़ों रुपये कमाती हैं. पिछले एक साल में नवलबेन ने एक करोड़ 10 लाख रुपये का दूध बेचा है.

नवलबेन दूध बेचकर हर महीने 3.50 लाख रुपये कमाती हैं. नवलबेन जिस गांव में रहती हैं वह राजस्थान की सीमा पर मौजूद है. नवलबेन पशुपालन का व्यवसाय करती हैं.

आत्मनिर्भर भारत के सपने को महिला कर रही साकार aatm nirbhar bharat gujarat woman

नवलबेन का पूरा नाम नवलबेन दलसंग भाई चौधरी है. वह 80 भैंस और 45 गायों का पालन करती हैं. उनको एक दिन में सुबह और शाम को मिलाकर 1 हजार लीटर दूध मिलता है.

नवल इस सिलसिले में जानकारी देते हुए कहती हैं मैने शिक्षा हासिल नहीं की लेकिन अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिया. aatm nirbhar bharat gujarat woman

आज मेरे बच्चे पढ़ाई कर शहरों में नौकरी करते हैं. साल 2019 में मैंने 87.95 लाख रुपये का दूध बेचा.

पिछले साल यानी 2020 में 1 करोड़ 10 लाख रुपये का दूध बेचकर पहला स्थान प्राप्त किया है.

गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ लिमिटेड में प्रतिदिन 750 लीटर दूध नवलबेन बेचती है. aatm nirbhar bharat gujarat woman

दूध बेचकर वह जितना कमाई करती है उससे कहीं कम यहां पर काम करने वाले बड़े पोस्ट पर मौजूद अधिकारियों की सैलरी है.

बनासकांठा जिले में बनास डेयरी से नवलबेन को दुग्ध उत्पादन में पहला स्थान मिला है.

दूध बेचकर साल में करोड़ों रुपये कमाने वाली नवलबेन कहती हैं, “मैं आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर रही हूं.”

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