दिल्ली के जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी में कुछ नकाबपोश घुसकर छात्रों की पिटाई की थी, जिसके विरोध में देशभर में आंदोलन हुआ था. इस हमला के खिलाफ अहमदाबाद में एनएसयूआई के छात्रों ने एबीवीपी दफ्तर के सामने धरना प्रदर्शन करना चाहते थे. लेकिन एनएसयूआई और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हो गई थी. जिसके बाद एनएसयूआई और एबीवीपी एक दूसरे पर मामला भड़काने का आरोप लगाया था. इतना ही नहीं इस मामले में पुलिस की जांच पर भी सवाल खड़ा किया जा रहा था. वहीं अब मारपीट का ये मामला गुजरात हाईकोर्ट पहुंच गया है.
एनएसयूआइ हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर मामले की जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम को सौपने की मांग की है. वहीं हाईकोर्ट ने इस मामले में पालड़ी पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक रबारी को 12 फरवरी के दिन कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दिया है.
अहमदाबाद के पालड़ी क्षेत्र में एनएसयूआइ के छात्र नेताओं द्वारा अखिल भारतीय विधार्थी परिषद के कार्यालय के बाहर 7 जनवरी के दिन प्रदर्शन का आयोजन किया था. इस दौरान एनएसयूआइ और एबीवीपी के छात्र नेताओं के बीच जमकर मारपीट हुई थी. इस घर्षण में एनएसयूआइ के राष्ट्रीय महासचिव निखिल सावाणी सहित कई छात्र घायल हुए थे. घटना के बाद भाजपा-कांग्रेस एक दूसरे आरोप लगा रहे हैं.