पहली पारी में बढ़त लेने के बाद किसी ने सोचा भी नहीं था कि भारतीय क्रिकेट टीम एडिलेड टेस्ट (Adelaide Test) में इस कदर हथियार डाल देगी और उसे ऑस्ट्रेलिया के हाथों एक शर्मनाक हार झेलनी पड़ेगी. भारत ने पहले टेस्ट (Adelaide Test) की अपनी पहली पारी में 244 रन बनाए थे जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 191 रनों पर सिमट गई थी.
डे-नाइट के तौर गुलाबी गेंद से खेले गए एडिलेड टेस्ट (Adelaide Test) में दूसरे दिन खेल तक फ्रंट फुट पर रहने वाली भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) ने तीसरे दिन शर्मनाक खेल दिखाया और पूरी टीम (Team India) दूसरी पारी में महज 36 रनों पर ढेर हो गई. यह भारतीय टीम का टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में सबसे छोटा स्कोर है. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने जीत के लिए मिले 90 रनों के लक्ष्य को दो विकेट खोलकर आसानी से हासिल कर लिया. दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया के लिए जो बर्न्स ने नाबाद 51 रन बनाए और अपनी टीम को 8 विकेट से जीत दिलाने में भूमिका निभाई.
यह भी पढ़ें: राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने के पक्ष में 99.9 प्रतिशत नेता- रणदीप सुरजेवाला
हेजलवुड और कमिंस ने कसा शिकंजा
ऑस्ट्रेलियाई दौरे की शुरुआत से ही जोस हेजलवुड और पैट कमिंस टीम इंडिया (Team India) के बल्लेबाजों के लिए मुसीबत बने हुए हैं. लेकिन तीसरे दिन (Adelaide Test) इन दोनों गेंदबाजों ने जो कमाल किया है वह टेस्ट क्रिकेट में बेहद कम देखने को मिलता है. दोनों ने मिलकर 9 विकेट झटके और भारत को एक अप्रत्याशित हार के लिए मजबूर कर दिया. हेजलवुड ने 5 ओवर में 8 रन देकर 5 विकेट झटके जबकि कमिंस ने 21 रन देकर 4 शिकार किए.
बल्लेबाज दहांई अंक में भी नहीं पहुंचे
पहले टेस्ट (Adelaide Test) की दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों की बेबसी का आलम ये रहा कि कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सका. मयंक अग्रवाल ने सर्वाधिक 9 रन बनाए जबकि हनुमा विहारी ने 8 रनों का योगदान दिया. इसके अलावा कप्तान विराट कोहली, पृथ्वी शॉ और रिद्धिमान साहा ने 4-4 रन ही बना सके जबकि चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे खाता भी नहीं खोल पाए. इसके साथ ही भारतीय टीम अपने टेस्ट इतिहास के सबसे छोटे स्कोर 36 रनों पर सिमट गई.
टेस्ट क्रिकेट में भारत का न्यूनतम स्कोर
इससे पहले (Adelaide Test) टेस्ट क्रिकेट में भारत का न्यूनतम स्कोर 42 रन था. यह स्कोर भारत ने 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था. तब भारतीय टीम लॉर्ड्स में महज 17 ओवर में 42 रनों पर ढेर हो गई थी. इत्तेफाक की बात ये है कि वह भी उस टेस्ट मैच की तीसरी पारी थी और आज भी भारतीय टीम मैच की तीसरी पारी में एक छोटे स्कोर पर सिमटी. वैसे टेस्ट इतिहास में सबसे छोटे स्कोर का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के नाम है. इंग्लैंड के खिलाफ 1955 में न्यूजीलैंड की टीम 26 रनों पर सिमट गई थी.