अहमदाबाद नगर निगम के पूर्व आयुक्त विजय नेहरा के बाद एक और वरिष्ठ IAS अधिकारी पर जल्ह ही गाज गिर सकती है. नेहरा की तरह यह IAS अधिकारी भी कोरोना महामारी को संभालने वाली राज्य सरकार की कोर टीम का हिस्सा है. इस अधिकारी ने जिस विभाग की अध्यक्षता की है, उसे भी जनता के विरोध का सामना करना पड़ा है. इस बात की संभावना है कि अधिकारी की जगह किसी और को यह जिम्मेदारी दी जाएगी कि वह जनता की नज़र में विभाग के गौरव को फिर से वापस लाने की कोशिश करे.
इस IAS अधिकारी द्वारा लिए गए कई फैसलों ने जनता के बीच काफी नाराजगी पैदा की है. साथ ही, कुछ फैसलों ने राज्य सरकार को भी शर्मिंदा किया है और टीम के साथी अधिकारियों ने भी कुछ फैसलों को लेकर उसके खिलाफ शिकायत की है.
इससे पहले अहमदाबाद की स्थिति को संभालने को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर राज्य सरकार को काफी शर्मिंदगी उठानी पड़ी है. कोरोना संक्रमण को लेकर अहमदाबाद में स्थिति बहुत तेजी से बिगड़ गई और शहर प्रशासन स्थिति को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने में विफल रहा.
मालूम हो कि विजय नेहरा ने ट्विटर पर बताया था कि वह एक कोरोना पॉजिटिव मरीज के साथ संपर्क में आए थे और दो सप्ताह के लिए होम क्वारेंटाइन में रहेंगे. इसके बाद अहमदाबाद के नगर आयुक्त के रूप में मुकेश कुमार को प्रभार दिया गया और अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव गुप्ता को अहमदाबाद में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए समग्र प्रभार दिया गया.
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं, जो दो दशकों से गांधीनगर, गुजरात की नौकरशाही और राजनीति को करीब से देख रहै हैं)