अहमदाबाद: गुजरात में कोरोना का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. कोरोना की वजह से प्रशासन ने भले ही तालाबंदी की घोषणा नहीं की हो, लेकिन सेल्फ लॉकडाउन की स्थिति पैदा हो गई है.
सूरत के बाद अहमदाबाद में स्वैच्छिक लॉकडाउन की मांग तेज हो गई है. अहमदाबाद में कोरोना की चैन तोड़ने के लिए सौराष्ट्र पटेल समाज सेवा ट्रस्ट ने लॉकडाउन की मांग की है.
ट्रस्ट का मानना है कि कोरोना पर काबू पाने के लिए एकमात्र समाधान है तालाबंदी. Ahmedabad Nicole Voluntary Lockdown
गुजरात में बढ़ता जा रहा कोरोना का कहर Ahmedabad Nicole Voluntary Lockdown
सौराष्ट्र पटेल समाज सेवा ट्रस्ट की ओर से कहा गया है कि “जान है तो जहान है” कोरोना की श्रृंखला को तोड़ने के लिए 16 अप्रैल से 20 अप्रैल तक स्वैच्छिक लॉकडाउन करना चाहिए और स्थानिक लोगों को इसमें हिस्सा लेना चाहिए.
अहमदाबाद के निकोल इलाके में कोरोना महामारी के बढ़ते आतंक की वजह से सौराष्ट्र पटेल समाज सेवा ट्रस्ट ने निकोल के व्यापारी और लोगों से इस स्वैच्छिक लॉकडाउन में हिस्सा लेने की अपील की है.
अहमदाबाद शहर पिछले कुछ समय से कोरोना वायरस के मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है. पूरे गुजरात में कोरोना की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित जिला अहमदाबाद है.
अहमदाबाद में कल एक ही दिन में 2672 नए मामले सामने आए थे. दैनिक मामलों में भारी वृद्धि के बाद ज्यादातर अस्पतालों में बेड हाउसफुल हो चुके हैं. Ahmedabad Nicole Voluntary Lockdown
गुजरात में कोरोना की स्थिति Ahmedabad Nicole Voluntary Lockdown
गुजरात में दिन-प्रतिदिन कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक 8152 नए मामले दर्ज हुए गए. वहीं इस दौरान 81 लोगों की मौत दर्ज की गई.
इस दौरान 2023 लोग कोरोना को मात देने में कामयाब हुए. दैनिक मामलों में दर्ज की जाने वाली भारी वृद्धि के बाद रिकवरी रेट घटकर 86.86 फीसदी हो गई है.
गुजरात में शहरों के बाद अब ग्रामीण इलाकों में कोरोना का कहर बढ़ने लगा है. Ahmedabad Nicole Voluntary Lockdown
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